क्षेत्र शब्द के रूप | Kshetra Shabd Roop in Sanskrit
क्षेत्र शब्द के रूप | Kshetra Shabd Roop in Sanskrit
Kshetra Shabd Roop in Sanskrit – क्षेत्र शब्द अकारांत नपुंसकलिंग संज्ञा शब्द है। सभी नपुंसकलिंग संज्ञाओ के रूप इसी प्रकार बनायें जाते हैं, जैसे- फल, ज्ञान, धन, जल, अन्न, हृदय, वन, कमल, कुल, कार्य, काल, कोमल, कौशल, नगर, गृह, पुष्प, पत्र, कमल, बल, पुस्तक, दुग्ध, मित्र, मुख, नक्षत्र आदि।
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
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प्रथमा | क्षेत्रम् | क्षेत्रे | क्षेत्राणि |
द्वितीया | क्षेत्रम् | क्षेत्रे | क्षेत्राणि |
तृतीया | क्षेत्रेण | क्षेत्राभ्याम् | क्षेत्रैः |
चतुर्थी | क्षेत्राय | क्षेत्राभ्याम् | क्षेत्रेभ्यः |
पंचमी | क्षेत्रात् / क्षेत्राद् | क्षेत्राभ्याम् | क्षेत्रेभ्यः |
षष्ठी | क्षेत्रस्य | क्षेत्रयोः | क्षेत्राणाम् |
सप्तमी | क्षेत्रे | क्षेत्रयोः | क्षेत्रेषु |
सम्बोधन | हे क्षेत्र! | हे क्षेत्रे! | हे क्षेत्राणि! |
अजन्त (अकारांत) पुल्लिङ्ग् शब्द रूप (Shabd Roop)