चिंतपूर्णी माता की आरती – चिंतपूर्णी चिंता दूर करनी, जग को तारो भोली माँ | Chintpurni Mata Ki Aarti
चिंतपूर्णी चिंता दूर करनी, जग को तारो भोली माँ, जन को तारो भोली माँ, काली दा पुत्र पवन दा घोड़ा। भोली माँ…
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Read Moreॐ जय बज्रेश्वरी माता, मैया जय बज्रेश्वरी माता। कांगड़ा मंदिर तेरा, सबके मन भाता॥ ॐ जय बज्रेश्वरी माता…
Read Moreॐ जय उजली माता, मैया जय उजली माता। ब्रह्म सनातन देवी, शुभ फल की दाता॥ ॐ जय उजली माता…
Read Moreबारम्बार प्रणाम, मैया बारम्बार प्रणाम। जो नहीं ध्यावे तुम्हें अम्बिके, कहाँ उसे विश्राम। अन्नपूर्णा देवी नाम तिहारो, लेत होत सब काम॥ बारम्बार प्रणाम, मैया बारम्बार प्रणाम…
Read Moreआरती श्री जनक दुलारी की। सीता जी रघुवर प्यारी की॥ जगत जननी जग की विस्तारिणी, नित्य सत्य साकेत विहारिणी।…
Read Moreॐ जय यमुना माता, हरि जय यमुना माता। जो नहावे फल पावे, सुख दुःख की दाता॥ ॐ जय यमुना माता…
Read Moreॐ जय गंगे माता, श्री जय गंगे माता। जो नर तुमको ध्याता, मनवांछित फल पाता॥ ॐ जय गंगे माता…
Read Moreआरती श्री वृषभानु लली की, सत चित आनंद कंद कली की। भयभंजिनी भवसागर-तारिणी, पाप ताप कलि कल्मष हारिणि…
Read Moreआरती श्री वृषभानुसुता की, मंजुल मूर्ति मोहन ममता की। त्रिविध तापयुत संसृति नाशिनि, विमल विवेक विराग विकासिनि…
Read Moreआरती कुंज बिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की। गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला। श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला॥…
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