हृदय शब्द के रूप | Hraday Shabd Roop in Sanskrit
Hraday Shabd Roop in Sanskrit – हृदय शब्द अकारांत नपुंसकलिंग संज्ञा शब्द है। सभी नपुंसकलिंग संज्ञाओ के रूप इसी प्रकार बनायें जाते हैं, जैसे- फल, ज्ञान, धन, जल, अन्न, वन, नगर, गृह, पुष्प, पत्र, कमल, बल, पुस्तक, दुग्ध, मित्र, मुख, नक्षत्र आदि।
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथमा | हृदयम् | हृदये | हृन्दि / हृदयानि |
द्वितीया | हृदयम् | हृदये | हृन्दि / हृदयानि |
तृतीया | हृदा / हृदयेन | हृद्भ्याम् / हृदयाभ्याम् | हृद्भिः / हृदयैः |
चतुर्थी | हृदे / हृदयाय | हृद्भ्याम् / हृदयाभ्याम् | हृद्भ्यः / हृदयेभ्यः |
पंचमी | हृदः / हृदयात् / हृदयाद् | हृद्भ्याम् / हृदयाभ्याम् | हृद्भ्यः / हृदयेभ्यः |
षष्ठी | हृदः / हृदयस्य | हृदोः / हृदययोः | हृदाम् / हृदयानाम् |
सप्तमी | हृदि / हृदये | हृदोः / हृदययोः | हृत्सु / हृदयेषु |
सम्बोधन | हे हृदय! | हे हृदये! | हे हृदयानि! |
अजन्त (अकारांत) पुल्लिङ्ग् शब्द रूप (Shabd Roop)