मन्दिर शब्द के रूप | Mandir Shabd Roop in Sanskrit

मन्दिर शब्द के रूप | Mandir Shabd Roop in Sanskrit

Mandir Shabd Roop in Sanskrit – मन्दिर शब्द अकारांत नपुंसकलिंग संज्ञा शब्द है। सभी नपुंसकलिंग संज्ञाओ के रूप इसी प्रकार बनायें जाते हैं, जैसे- फल, ज्ञान, धन, जल, अन्न, हृदय, वन, कमल, कुल, कार्य, काल, कोमल, कौशल, क्षेत्र, ऋण, उपवन, नगर, गृह, खाद्य, चक्र, चित्र, चरित्र, छत्र, जन्म, जीवन, दुग्ध (दूध), दिन, द्वार, नगर, पत्र, पुष्प (फूल), पुस्तक, पद्य, बल, भय (Fear, डर), भवन (महल), भाग्य, भोजन, मनोहर, मित्र, मुख, नक्षत्र आदि।

विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमा मन्दिरम् मन्दिरे मन्दिराणि
द्वितीया मन्दिरम् मन्दिरे मन्दिराणि
तृतीया मन्दिरेण मन्दिराभ्याम् मन्दिरैः
चतुर्थी मन्दिराय मन्दिराभ्याम् मन्दिरेभ्यः
पंचमी मन्दिरात् / मन्दिराद् मन्दिराभ्याम् मन्दिरेभ्यः
षष्‍ठी मन्दिरस्य मन्दिरयोः मन्दिराणाम्
सप्‍तमी मन्दिरे मन्दिरयोः मन्दिरेषु
सम्बोधन हे मन्दिर! हे मन्दिरे! हे मन्दिराणि!

अजन्त (अकारांत) पुल्लिङ्ग् शब्‍द रूप (Shabd Roop)