गोवर्धन जी की आरती – श्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज | Govardhan Ji Ki Aarti
श्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज। तेरे माथे मुकुट विराज रहो॥ तोपे पान चढ़े, तोपे फूल चढ़े, तोपे चढ़े दूध की धार, ओ धार। तेरे माथे मुकुट विराज रहो॥ श्री गोवर्धन महाराज…
Read Moreश्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज। तेरे माथे मुकुट विराज रहो॥ तोपे पान चढ़े, तोपे फूल चढ़े, तोपे चढ़े दूध की धार, ओ धार। तेरे माथे मुकुट विराज रहो॥ श्री गोवर्धन महाराज…
Read Moreॐ जय जय जय गिरिराज, स्वामी जय जय जय गिरिराज। संकट में तुम राखौ, निज भक्तन की लाज॥ ॐ जय जय जय गिरिराज…
Read Moreजय जय पितर महाराज, मैं शरण पड़यों हूँ थारी। शरण पड़यो हूँ थारी बाबा, शरण पड़यो हूँ थारी॥ जय जय पितर महाराज…
Read Moreॐ जय वैष्णवी माता, मैया जय वैष्णवी माता। हाथ जोड़ तेरे आगे, आरती मैं गाता॥ ॐ जय वैष्णवी माता…
Read Moreॐ जय भगवद् गीते, मैया जय भगवद् गीते। हरि-हिय-कमल-विहारिणि, सुन्दर सुपुनीते॥ ॐ जय भगवद् गीते…
Read Moreतुलसी महारानी नमो-नमो, हरि की पटरानी नमो-नमो। धन तुलसी पूरण तप कीनो, शालिग्राम बनी पटरानी। जाके पत्र मंजरी कोमल, श्रीपति कमल चरण लपटानी॥
Read Moreॐ जय तुलसी माता, मैया जय तुलसी माता। सब जग की सुख दाता, सबकी वर माता॥ ॐ जय तुलसी माता…
Read Moreॐ जय अहोई माता, मैया जय अहोई माता। तुमको निसदिन ध्यावत, हरि विष्णु विधाता॥ ॐ जय अहोई माता…
Read Moreॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे। खाटू धाम विराजत, अनुपम रूप धरे॥ ॐ जय श्री श्याम हरे…
Read Moreॐ जय भैरव देवा, प्रभु जय भैरव देवा। जय काली और गौरा, देवी कृत सेवा॥ ॐ जय भैरव…
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