Chitra Varnan in Sanskrit for Class 10

‘चित्राधारितवर्णनम्’ अर्थात् चित्र के आधार पर उसका वर्णन करना। यह वर्णन मंजूषा में दिए गए शब्दों की सहायता से करना होता है। चित्र को देखकर अपने शब्दों में वर्णन करना ही चित्रवर्णन कहलाता है।…

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Letter Writing in Sanskrit for Class 10

विचारों के आदान-प्रदान का एक महत्वपूर्ण माध्यम पत्र है। पत्रों को मुख्यतः दो भागों में विभाजित किया जाता है – (1) अनौपचारिक पत्र (2) औपचारिक पत्र। इस लेख में हम संस्कृत के कुछ महत्वपूर्ण पत्रों को उपलब्ध करा रहे हैं, जिससे विद्यार्थी संस्कृत पत्रों का अभ्यास कर सकें…

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क्रीड् धातु के रूप | Krid Dhatu Roop in Sanskrit

Krid Dhatu Roop in Sanskrit- क्रीड् धातु का अर्थ है ‘खेलना, to play’। यह भ्वादिगण तथा परस्मैपदी धातु है। सभी भ्वादिगण धातु के धातु रूप इसी प्रकार बनते है जैसे- भू-भव्, अर्च्, अस्, गम्, गुह्, घ्रा, जि, तप्, दा, दृश्, धाव्, नी, पा, पच्, पत्, भज्, यज्, लिख्, वद्…

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भानु शब्द के रूप | Bhanu Shabd Roop in Sanskrit

Bhanu Shabd Roop in Sanskrit – भानु शब्द उकारान्त पुल्लिंग संज्ञा शब्द है। सभी उकारान्त पुल्लिंग संज्ञाओ के रूप इसी प्रकार बनते हैं, जैसे- अणु, इक्षु, इन्दु, ऋतु, गुरु, जन्तु, तन्तु, तरु, दयालु, धातु, प्रभु, पशु, बन्धु, भानु, बिन्दु, मृत्यु, रिपु, लघु…

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