शी (सोना, to sleep) धातु के रूप | Shee Dhatu Roop in Sanskrit
Shee Dhatu Roop in Sanskrit – शी धातु का अर्थ है ‘सोना, to sleep’। यह अदादिगण तथा आत्मनेपदी धातु है। सभी अदादिगण धातु के धातु रूप इसी प्रकार बनते है जैसे- अद्, आस्, इ, जागृ, द्विष्, दुह्, ब्रू, या, रुद्, विद्, हन् आदि। शी धातु के रूप संस्कृत में सभी पुरुष एवं वचनों में नीचे दिए गए हैं।
1 . लट् लकार (वर्तमान काल, Present Tense)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथम पुरुष | शेते | शयाते | शेरते |
मध्यम पुरुष | शेषे | शयाथे | शेध्वे |
उत्तम पुरुष | शये | शेवहे | शेमहे |
2. लृट् लकार (भविष्यत काल, Future Tense)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथम पुरुष | शयिष्यते | शयिष्येते | शयिष्यन्ते |
मध्यम पुरुष | शयिष्यसे | शयिष्येथे | शयिष्यध्वे |
उत्तम पुरुष | शयिष्ये | शयिष्यावहे | शयिष्यामहे |
3. लङ् लकार (भूतकाल, Past Tense)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
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प्रथम पुरुष | अशेत | अशयाताम् | अशेरत |
मध्यम पुरुष | अशेथाः | अशयाथाम् | अशेध्वम् |
उत्तम पुरुष | अशयि | अशेवहि | अशेमहि |
4. लोट् लकार (आज्ञा के अर्थ में, Imperative Tense)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथम पुरुष | शेताम् | शयाताम् | शेरताम् |
मध्यम पुरुष | शेष्व | शयाथाम् | शेध्वम् |
उत्तम पुरुष | शयै | शयावहै | शयामहै |
5. विधिलिङ् लकार (चाहिए के अर्थ में, Potential Mood)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथम पुरुष | शयीत | शयीयाताम् | शयीरन् |
मध्यम पुरुष | शयीथाः | शयीयाथाम् | शयीध्वम् |
उत्तम पुरुष | शयीय | शयीवहि | शयीमहि |
6. लुङ् लकार (सामान्य भूतकाल, Perfect Tense)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
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प्रथम पुरुष | अशयिष्ट | अशयिषाताम् | अशयिषत |
मध्यम पुरुष | अशयिष्ठाः | अशयिषाथाम् | अशयिध्वम् |
उत्तम पुरुष | अशयिषि | अशयिष्वहि | अशयिष्महि |
7. लिट् लकार (परोक्ष भूतकाल, Past Perfect Tense)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
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प्रथम पुरुष | शिश्ये | शिश्याते | शिश्यिरे |
मध्यम पुरुष | शिश्यिषे | शिश्याथे | शिश्यिध्वे |
उत्तम पुरुष | शिश्ये | शिश्यिवहे | शिश्यिमहे |
8. लुट् लकार (अनद्यतन भविष्य काल, First Future Tense of Periphrastic)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
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प्रथम पुरुष | शयिता | शयितारौ | शयितार: |
मध्यम पुरुष | शयितासे | शयितासाथे | शयिताध्वे |
उत्तम पुरुष | शयिताहे | शयितास्वहे | शयितास्महे |
9. आशिर्लिङ् लकार (आशीर्वाद हेतु, Benedictive Mood)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
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प्रथम पुरुष | शयिषीष्ट | शयिषीयास्ताम् | शयिषीरन् |
मध्यम पुरुष | शयिषीष्ठाः | शयिषीयास्थाम् | शयिषीध्वम् |
उत्तम पुरुष | शयिषीय | शयिषीवहि | शयिषीमहि |
10. लृङ् लकार (हेतुहेतुमद् भविष्य काल, Conditional Mood)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
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प्रथम पुरुष | अशयिष्यत | अशयिष्येताम् | अशयिष्यन्त |
मध्यम पुरुष | अशयिष्यथाः | अशयिष्येथाम् | अशयिष्यध्वम् |
उत्तम पुरुष | अशयिष्ये | अशयिष्यावहि | अशयिष्यामहि |
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