जि/जय् धातु के रूप | Ji / Jay Dhatu Roop in Sanskrit
जि/जय् (जीतना, to win) धातु के रूप | Ji/Jay Dhatu Roop in Sanskrit
Ji/Jay Dhatu Roop in Sanskrit – जि-जय् धातु का अर्थ है ‘जीतना, to win’। यह भ्वादिगण तथा परस्मैपदी धातु है। सभी भ्वादिगण धातु के धातु रूप इसी प्रकार बनते है जैसे- भू-भव्, अर्च्, अस्, गम्, गुह्, घ्रा, तप्, दा, दृश्, धाव्, नी, पा, पच्, पत्, पठ्, भज्, यज्, लिख्, वद्, व्रज, वृत्, वस्, शुच्, शुभ्, स्था, सेव्, श्रु, सद् आदि। जि धातु के रूप संस्कृत में सभी पुरुष एवं वचनों में नीचे दिए गए हैं।
1 . लट् लकार (वर्तमान काल, Present Tense)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथम पुरुष | जयति | जयतः | जयन्ति |
मध्यम पुरुष | जयसि | जयथः | जयथ |
उत्तम पुरुष | जयामि | जयावः | जयामः |
2. लृट् लकार (भविष्यत काल, Future Tense)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथम पुरुष | जेष्यति | जेष्यत: | जेष्यन्ति |
मध्यम पुरुष | जेष्यसि | जेष्यथ: | जेष्यथ |
उत्तम पुरुष | जेष्यामि | जेष्याव: | जेष्याम: |
3. लङ् लकार (भूतकाल, Past Tense)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथम पुरुष | अजयत् | अजयताम् | अजयन् |
मध्यम पुरुष | अजयः | अजयतम् | अजयत |
उत्तम पुरुष | अजयम् | अजयाव | अजयाम |
4. लोट् लकार (आज्ञा के अर्थ में, Imperative Tense)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथम पुरुष | जयतु | जयताम् | जयन्तु |
मध्यम पुरुष | जय | जयतम् | जयत |
उत्तम पुरुष | जयानि | जयाव | जयाम |
5. विधिलिङ् लकार (चाहिए के अर्थ में, Potential Mood)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथम पुरुष | जयेत् | जयेताम् | जयेयुः |
मध्यम पुरुष | जयेः | जयेतम् | जयेत |
उत्तम पुरुष | जयेयम् | जयेव | जयेम |
6. लुङ् लकार (सामान्य भूतकाल, Perfect Tense)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथम पुरुष | अजैषीत् | अजैष्टाम् | अजैषुः |
मध्यम पुरुष | अजैषीः | अजैष्टम् | अजैष्ट |
उत्तम पुरुष | अजैषम् | अजैष्व | अजैष्म |
7. लिट् लकार (परोक्ष भूतकाल, Past Perfect Tense)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथम पुरुष | जिगाय | जिग्यतुः | जिग्युः |
मध्यम पुरुष | जिगयिथ | जिग्यथुः | जिग्य |
उत्तम पुरुष | जिगय | जिग्यिव | जिग्यिम |
8. लुट् लकार (अनद्यतन भविष्य काल, First Future Tense of Periphrastic)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथम पुरुष | जेता | जेतारौ | जेतार: |
मध्यम पुरुष | जेतासि | जेतास्थ: | जेतास्थ |
उत्तम पुरुष | जेतास्मि | जेतास्व: | जेतास्म: |
9. आशिर्लिङ् लकार (आशीर्वाद हेतु, Benedictive Mood)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथम पुरुष | जीयात् | जीयास्ताम् | जीयासुः |
मध्यम पुरुष | जीयाः | जीयास्तम् | जीयास्त |
उत्तम पुरुष | जीयासम् | जीयास्व | जीयास्म |
10. लृङ् लकार (हेतुहेतुमद् भविष्य काल, Conditional Mood)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथम पुरुष | अजेष्यत् | अजेष्यताम् | अजेष्यन् |
मध्यम पुरुष | अजेष्यः | अजेष्यतम् | अजेष्यत |
उत्तम पुरुष | अजेष्यम् | अजेष्याव | अजेष्याम |
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