‘प’ से शुरू होने वाले मुहावरें

‘प’ से शुरू होने वाले मुहावरे (अर्थ एवं वाक्य प्रयोग सहित)

यहाँ ‘‘ शब्द के कुछ प्रसिद्ध मुहावरे और उनके अर्थ एवं वाक्य में प्रयोग सहित दिए जा रहे है।

'प' से शुरू होने वाले मुहावरें

1. पेट काटना – आवश्यक खर्चे में कटौती करना
वाक्य प्रयोग : मदन पेट काटकर अपने बच्चों को पढ़ा रहा है।

2. पानी उतारना – इज्जत लेना
वाक्य प्रयोग : महाभारत में भरी सभा में द्रोपदी के पानी उतारने की कोशिश की गयी।

3. पेट में चूहे कूदना – जोर की भूख लगना 
वाक्य प्रयोग : सुबह से मेरे पेट में चूहे कूद रहे हैं।

4. पहाड़ टूट पड़ना – भारी विपत्ति आना
वाक्य प्रयोग : पिता की मृत्यु के बाद सागर पर तो दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा।

5. पट्टी पढ़ाना – बुरी राय देना
वाक्य प्रयोग : तुमने मेरे बेटे को कैसी पट्टी पढ़ाई है कि मैं मेरी बात तो सुनता ही नहीं है। 

6. पौ बारह होना – खूब लाभ होना
वाक्य प्रयोग : आजकल तो सेठजी की तो पौ बारह है।

7. पाँचों उँगलियाँ घी में होना – सब प्रकार से लाभ होना
वाक्य प्रयोग : मालिक सुरेश के काम से बहुत खुश है और उसने सुरेश वेतन भी बढ़ा दिया है, अब तो उसकी पाँचो उंगलियाँ घी में हैं।

8. पगड़ी रखना – इज्जत बचाना
वाक्य प्रयोग : सही समय पर पैसों का इंतजाम करके गोपाल ने मेरी पगड़ी रख ली।

9. पगड़ी उतारना – अपमानित करना
वाक्य प्रयोग : शादी में दहेज के लिए लड़के वालों ने मोनिका के पिता की पगड़ी उतार दी।

10. पानी-पानी होना – अधिक लज्जित होना
वाक्य प्रयोग : जब नीरज का झूठ पकड़ा गया, तो वह पानी-पानी हो गया।

11. पत्ता कटना – नौकरी छूटना
वाक्य प्रयोग : मेरी कंपनी में आज दस लोगों का पत्ता कट गया।

12. परछाई से भी डरना – बहुत डरना
वाक्य प्रयोग : गोकुल तो अपने मास्टरजी की परछाई से भी डरता है।

13. पर्दाफाश करना – भेद खोलना
वाक्य प्रयोग : सुमित ने सबके सामने अमित का पर्दाफाश कर दिया। 

14. पर्दाफाश होना – भेद खुलना
वाक्य प्रयोग : रीना ने राज़ छिपाने की बहुत कोशिश की, परन्तु उसका पर्दाफाश हो ही गया।

15. पल्ला झाड़ना – पीछा छुड़ाना
वाक्य प्रयोग : मैंने आख़िरकार उस जुआरी से अपना पल्ला झाड़ ही लिया।

16. पाँव तले से धरती खिसकना – अत्यधिक घबरा जाना
वाक्य प्रयोग : परीक्षा में फेल होने की खबर सुनते ही मेरे पाँव तले से धरती खिसक गई।

17. पानी का बुलबुला – क्षणभंगुर / थोड़ी देर का
वाक्य प्रयोग : हमारा जीवन पानी का बुलबुला है।

18. पानी फेरना – समाप्त या नष्ट कर देना
वाक्य प्रयोग : जितेश! तुमने तो मेरे किये कराए पर पानी फेर दिया।

19. पारा उतरना – क्रोध शान्त होना
वाक्य प्रयोग : शाम को गरमा-गर्म चाय पीते ही अनिल का पारा उतर गया।

20. पारा चढ़ना – क्रोधित होना
वाक्य प्रयोग : मेरे पिताजी का छोटी-सी बात में ही पारा चढ़ आता है।

21. पेट का गहरा – भेद छिपाने वाला
वाक्य प्रयोग : माला का पेट का गहरा है, कोई राज़ की बात नहीं बताती।

22. पेट का हल्का – कोई बात न छिपा सकने वाला
वाक्य प्रयोग : नारायण पेट का हल्का है, उसे कोई बात बताना ही बेकार है।

23. पटरा कर देना – चौपट कर देना
वाक्य प्रयोग : बिहार में बाढ़ ने तो सब पटरा कर दिया।

24. पत्थर का कलेजा – कठोर हृदय व्यक्ति
वाक्य प्रयोग : बेटे को सेना में भेजना आसान नहीं है, उसके लिए पत्थर का कलेजा चाहिए।

25. पत्थर की लकीर – पक्की बात
वाक्य प्रयोग : रमन के दादाजी की बात पत्थर की लकीर है।

26. पर्दा उठना – भेद प्रकट होना
वाक्य प्रयोग : अदालत में आज सच्चाई से पर्दा उठ जाएगा।

27. पलकों पर बिठाना – बहुत अधिक आदर-स्वागत करना
वाक्य प्रयोग : सुशीला अपने माता-पिता को पलकों पर बिठाकर रखती है।

28. पलकें बिछाना – बहुत श्रद्धापूर्वक आदर-सत्कार करना
वाक्य प्रयोग : स्कूल में प्रधानमंत्री जी के आने पर सबने पलकें बिछा दीं।

29. पाँव धोकर पीना – अत्यन्त सेवा-शुश्रुषा और सत्कार करना
वाक्य प्रयोग : केदारनाथ अपने मास्टरजी के पाँव धोकर पीता है।

30. पॉकेट गरम करना – घूस देना
वाक्य प्रयोग : सरकारी ऑफिस में पॉकेट गर्म करने के बाद ही मोनू का काम हुआ।

31. पीठ की खाल उधेड़ना – कड़ी सजा देना
वाक्य प्रयोग : जेल में इंस्पेक्टर ने चोरों की पीठ की खाल उधेड़ दी।

32. पीठ ठोंकना – शाबाशी देना
वाक्य प्रयोग : कक्षा में फर्स्ट आने पर अध्यापक ने कैलाश की पीठ ठोंकी। 

33. प्राण हथेली पर लेना – जान खतरे में डालना
वाक्य प्रयोग : भारतीय जवान प्राण हथेली पर लेकर देश की रक्षा करते हैं।

34. प्राणों पर खेलना – जान जोखिम में डालना
वाक्य प्रयोग : सुनील नहर में डूबती बच्ची को बचाने के लिए अपने प्राणों पर खेल गया।

35. पंख लगना – विशेष चतुराई के लक्षण प्रकट करना
वाक्य प्रयोग : रचित जबसे विदेश से पढ़ कर आया है, उसके तो पंख लग गए हैं।

36. पंथ निहारना/देखना – प्रतीक्षा करना
वाक्य प्रयोग : मात शबरी रोज़ अपनी कुटिया सजाकर भगवान राम का पंथ निहारती थी।

37. पत्ता खड़कना – आशंका होना
वाक्य प्रयोग : मोहल्ले में अनजान व्यक्ति को घूमते देखकर मेरे मन में पत्ता खड़क गया।

38. पलक-पाँवड़े बिछाना – बहुत श्रद्धापूर्वक स्वागत करना
वाक्य प्रयोग : राजा के सभा में आने पर प्रजा ने पलक-पाँवड़े बिछा दिए।

39. पलकों में रात बीतना – रातभर नींद न आना
वाक्य प्रयोग : परीक्षा की चिंता के कारण गौरी की पलकों में ही सारी रात बीत गई।

40. पल्ला छुड़ाना – छुटकारा पाना
वाक्य प्रयोग : सौरभ ने मुझे इस काम में फँसाकर खुद अपना पल्ला छुड़ा लिया।

41. पल्ला पकड़ना – आश्रय लेना
वाक्य प्रयोग : हेमंत ने सुनीता का पल्ला पकड़ा है तो जीवनभर साथ निभाना होगा।

42. पसीने की कमाई – मेहनत से कमाई हुई संपत्ति
वाक्य प्रयोग : गौरांग अपने पसीने की कमाई बहुत सोच समझकर खर्च करता है।

43. पाँव पड़ना – बहुत अनुनय-विनय करना
वाक्य प्रयोग : मोनू अपनी गलती के लिए पिताजी के पाँव पड़ो, वो तुम्हें जरूर माफ़ कर देंगे।

44. पाँवों में मेंहदी लगना – कहीं जाने में अशक्त होना
वाक्य प्रयोग : पवन के पाँवों में मेंहदी लगी है क्या, क्योंकि वह कहीं भी जाने के लिए मना कर देता है।

45. पाँसा पलटना – भाग्य का प्रतिकूल होना / स्थिति उलट जाना
वाक्य प्रयोग : मयंक इतना घमंड करने की जरुरत नहीं है, पाँसा पलटते देर नहीं लगती।

46. पानी जाना – प्रतिष्ठा नष्ट होना
वाक्य प्रयोग : किसी का यदि एक बार पानी चला जाए तो दुबारा वैसा ही सम्मान मिलना बहुत मुश्किल है।

47. पानी की तरह रुपया बहाना – अन्धाधुन्ध खर्च करना
वाक्य प्रयोग : केशव ने अपने बेटे के इलाज पर पानी की तरह रुपया बहा दिया, लेकिन फिर भी वह ठीक न हो सका।

48. पापड़ बेलना – कष्टमय जीवन बिताना / बहुत परिश्रम करना
वाक्य प्रयोग : रामलाल ने न जाने कितने पापड़ बेले हैं, तब जाकर उसे यह छोटी-सी नौकरी मिली है।

49. पाप का घड़ा भरना – पाप का पराकाष्ठा पर पहुँचना
वाक्य प्रयोग : रावण के पापों का घड़ा भरने पर भगवान राम ने उसका वध कर दिया। 

50. पार लगाना – उद्धार करना
वाक्य प्रयोग : भगवान पर भरोसा रखो, वे ही हमारी नैया अवश्य पार लगाएँगे।

51. पाला पड़ना – वास्ता पड़ना
वाक्य प्रयोग : मास्टरजी से पाला पड़ा होता तो किशोर के होश ठिकाने आ जाते।

52. पिंड छुड़ाना – पीछा छुड़ाना
वाक्य प्रयोग : शेरसिंह बहुत दुष्ट है, उससे पिंड छुड़ाना बहुत जरुरी है।

53. पिल पड़ना – जी जान से लग जाना / किसी काम के पीछे बुरी तरह लग जाना
वाक्य प्रयोग : डॉक्टर बनने के गोपाल पिल पड़ गया। 

54. पीछा छुड़ाना – जान छुड़ाना
वाक्य प्रयोग : सोनू बड़ी मुश्किल से उस बदमाश से पीछा छुड़ाकर आया है।

55. पीठ दिखाना – हारकर भागना / पीछे हटना
वाक्य प्रयोग : कारगिल के युद्ध में पाकिस्तानी सेना पीठ दिखाकर भाग गई।

56. पीस डालना – नष्ट कर देना
वाक्य प्रयोग : जो उस बदमाश से टक्कर लेगा वह उसे पीस डालेगा।

57. पुरजा ढीला होना – व्यक्ति का सनकी हो जाना
वाक्य प्रयोग : लगता है रामलाल के दिमाग का पुरजा ढीला हो गया है।

58. पूरा न पड़ना – कमी पड़ना
वाक्य प्रयोग : शादी में ज्यादा मेहमान आने के कारण शायद इतना खाना पूरा न पड़े?

59. पेट पर लात मारना – रोजी रोटी छीनना
वाक्य प्रयोग : हमें किसी के पेट पर लात नहीं मारनी चाहिए।

60. पेट पीठ एक होना – बहुत दुर्बल होना
वाक्य प्रयोग : लम्बे समय से बीमार होने के कारण घनश्याम के पेट-पीठ एक हो गए हैं।

61. पेट में दाढ़ी होना – बहुत चालाक होना
वाक्य प्रयोग : रामप्रसाद के पेट में दाढ़ी है, वह किसी भी दिन चकमा दे सकता है।

62. पेट में बात न पचना – कोई बात छिपा न सकना
वाक्य प्रयोग : ममता को हर बात मत बताया करो क्योंकि उसके पेट में कोई बात नहीं पचती है।

63. पेट में बल पड़ना – इतना हँसना कि पेट दुखने लगे
वाक्य प्रयोग : स्कूल में आज सब बच्चों ने इतने चुटकले सुनाए कि सब लोगों के पेट में बल पड़ गए।

64. पैंतरे बदलना – नई चाल चलना
वाक्य प्रयोग : भुवन से सब सावधान रहना, क्योंकि वह बार-बार पैंतरे बदलता रहता है।

65. पैर उखड़ना – भाग जाना
वाक्य प्रयोग : सीमा पर पाकिस्तान की सेना के पैर उखड़ गए।

66. पैर फैलाकर सोना – निश्चिंत रहना
वाक्य प्रयोग : सरकारी नौकरी मिल जाए तो फिर मैं पैर फैला कर सोऊँगा।

67. पोल खुलना – भंडा फूटना / रहस्य प्रकट होना 
वाक्य प्रयोग : स्कूल में सबके सामने रोहित की पोल खुल गई।

68. पोल खोलना – रहस्य प्रकट करना
वाक्य प्रयोग : जिगर ने अपने बड़े भाई की पिता के आगे पोल खोल दी कि वह जुआ खेलता है। 

69. पैसा खींचना – ठग कर किसी से धन लेना
वाक्य प्रयोग : भवानीसिंह ने मोहन से सारे पैसे खींच लिए।

70. पैसा डूबना – हानि होना
वाक्य प्रयोग : सेठजी का शेयर मार्केट में सारा पैसा डूब गया।

71. पौ फटना – प्रातः काल होना
वाक्य प्रयोग : पौ फटते ही सुशील घर से स्कूल के लिए निकल गया।

72. प्रशंसा के पुल बाँधना – बहुत तारीफ करना
वाक्य प्रयोग : आज तो स्कूल में प्राचार्य जी ने मोनू की प्रशंसा के पुल बाँध दिए।

73. प्राणों की बाजी लगाना – जान की परवाह न करना
वाक्य प्रयोग : सच्चे दोस्त वो होते हैं, जो प्राणों की बाजी लगाकर भी अपने दोस्त की रक्षा करें।

74. प्राण सूखना – बहुत घबरा जाना
वाक्य प्रयोग : जंगल में सांप देखते ही हम लोगों के प्राण सूख गए।

75. प्राण हरना – मार डालना
वाक्य प्रयोग : जंगल में शेर ने बेचारे हिरण के प्राण हर लिए।

76. पते की बात कहना – काम की बात कहना
वाक्य प्रयोग : गणेश हमेशा पते की बात कहता है, इसलिए सब उसके साथ रहना पसंद करते हैं।

77. पानी देना – तर्पण करना / सींचना
वाक्य प्रयोग : किसान रोज़ अपने खेत में पानी देता है।

78. पानी न माँगना – तत्काल मर जाना
वाक्य प्रयोग : रामनारायण ने तो किसी से पानी भी नहीं माँगा। 

79. पानी पर नींव डालना – अस्थिर वस्तु का आधार होना
वाक्य प्रयोग : गोविन्द पानी पर नाव डालना बंद करो और अपने घर जाओ ।

80. पानी पीकर जाति पूछना – काम करने के बाद जांच पड़ताल करना 
वाक्य प्रयोग : अब तो तुमने गोपालदास से उधार ले लिया है, तो अब पानी पीकर जाति पूछने का क्या फायदा ?

81. पानी रखना – मर्यादा की रक्षा करना
वाक्य प्रयोग : गिरधर ने अतिथि का सत्कार करके अपने पिताजी का पानी रख लिया।

82. पानी में आग लगाना – असंभव कार्य करना
वाक्य प्रयोग : आई.ए.एस. बनकर तो निधि ने पानी में आग लगा दी। 

83. पानी फिर जाना – बर्बाद होना
वाक्य प्रयोग : अचानक ओले गिरने से किसानों की फसल पर पानी फिर गया। 

84. पैर पकड़ना – क्षमा चाहना
वाक्य प्रयोग : गलती का एहसास होने पर हेमंत ने अपने पिताजी के पैर पकड़ लिए।

85. पलक लगना – आँखें बंद होना या सो जाना
वाक्य प्रयोग : सारे दिन काम करने के बाद रात में जल्दी ही रमेश पलक लग गयी।

86. पसीने की जगह खून बहाना – काम के बदले अधिक कुर्बानी देना
वाक्य प्रयोग : यदि हमें तरक्की चाहिए तो हमें पसीने की जगह खून बहाना होगा।

87. पाँव भारी होना – गर्भवती होना
वाक्य प्रयोग : लगता है कि हेमा के पाँव भारी हैं।

88. पाँव फिसलना – गलती होना
वाक्य प्रयोग : नरेंद्र के जवानी में पाँव फिसल गए।

89. पाँवों में पर लगना – बहुत तेज चलना
वाक्य प्रयोग : मिल्खा सिंह इतनी तेज दौड़ते थे कि मानो उनके पाँवों में पर लग गए हो।

90. प्राण-पखेरू का उड़ना – मृत्यु हो जाना
वाक्य प्रयोग : आज सुबह ही रवि के दादाजी के प्राण-पखेरू उड़ गए।

91. प्राण सूख जाना – भयभीत हो जाना
वाक्य प्रयोग : अचानक छिपकली को देखकर ममता के प्राण सूख गए।

92. प्राण डालना – सजीव-सा कर देना
वाक्य प्रयोग : मूर्तिकार रामलाल मूर्ति में प्राण डाल देता है।

93. प्राण कंठगत होना – मृत्यु निकट होना
वाक्य प्रयोग : श्यामलाल के प्राण तो कंठगत आ गए हैं।


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