‘स’ से शुरू होने वाले मुहावरें

‘स’ से शुरू होने वाले मुहावरे (अर्थ एवं वाक्य प्रयोग सहित)

यहाँ ‘‘ शब्द के कुछ प्रसिद्ध मुहावरे और उनके अर्थ एवं वाक्य में प्रयोग सहित दिए जा रहे है।

'स' से शुरू होने वाले मुहावरें

1. सर्द हो जाना – डरना / मरना
वाक्य प्रयोग : गोलू तो भूत का नाम सुनते ही सर्द हो गया।

2. साँप-छछूंदर जैसी हालत – दुविधा
वाक्य प्रयोग : मैं और मेरा मित्र घूमने के लिए घर से निकल ही रहे थे कि तभी पिता जी ने मुझे समान लेने भेज दिया, अब मेरी हालत तो साँप छछूंदर जैसी हो गई।

3. सिक्का जमना – प्रभाव जमना
वाक्य प्रयोग : रवि ने नई कंपनी में अपनी काबलियत सिक्का जमा रखा है।

4. सोलह आने सही / सवा सोलह आने सही – पूरे तौर पर ठीक
वाक्य प्रयोग : मेरे दादाजी जो भी बात बोलते हैं, वह बात सोलह आने सही होती है।

5. सर धुनना – शोक करना
वाक्य प्रयोग : परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने पर लता सर धुनने लगी।

6. सर गंजा कर देना – खूब पीटना
वाक्य प्रयोग : गाँव वालों ने बदमाशों का सर गंजा कर दिया। 

7. सफेद झूठ – सरासर झुठ
वाक्य प्रयोग : सारिका ने अपनी गलतियाँ छुपाने के लिए माँ से सफ़ेद झूठ बोल दिया।

8. संसार देखना – सांसारिक अनुभव प्राप्त करना
वाक्य प्रयोग : मेरे दादा जी ने संसार देखा है।

9. संसार बसाना – विवाह करके कौटुम्बिक जीवन व्यतीत करना
वाक्य प्रयोग : राहुल ने नीता से विवाह करके अपना संसार बसा लिया है।

10. संसार सिर पर उठा लेना – बहुत उपद्रव करना
वाक्य प्रयोग : रामलाल भांग पीकर संसार सिर पर उठा लेता है।

11. सरकारी मेहमान – कैदी
वाक्य प्रयोग : चिंटू चोरी के आरोप में सरकारी मेहमान बन गया।

12. सराय का कुत्ता – स्वार्थी आदमी
वाक्य प्रयोग : अभिनव तो सराय का कुत्ता है, इसलिए उससे कोई मित्रता नहीं करता है। 

13. साँप का बच्चा – दुष्ट व्यक्ति
वाक्य प्रयोग : आशिफ साँप का बच्चा है, उससे बचकर ही रहना। 

14. साँप लोटना – ईर्ष्या आदि के कारण अत्यन्त दुःखी होना
वाक्य प्रयोग : कैलाश ने नया घर खरीद लिया तो उसके पड़ोसी के साँप लोट गया।

15. सागपात समझना – तुच्छ समझना
वाक्य प्रयोग : राजवीर को सागपात मत समझना, वह तो एम.ए. पास है।

16. साया उठ जाना – संरक्षक का मर जाना
वाक्य प्रयोग : सड़क दुर्घटना में समीर के सर से साया उठ जाने से वह अनाथ हो गया है।

17. सिर आँखों पर बिठाना – बहुत आदर-सत्कार करना
वाक्य प्रयोग : मदन घर पर आए अतिथि को सिर आँखों पर बिठाता है।

18. सिर ऊँचा उठाना – इज्जत से खड़ा होना
वाक्य प्रयोग : गरीब होते हुए भी अपनी ईमानदारी के कारण शैलेश समाज में आज सिर ऊँचा उठाए खड़ा है।

19. सिर खाली करना – बहुत या बेकार की बातें करना
वाक्य प्रयोग : शीला ने घर आकर तो मेरा सिर खाली कर दिया।

20. सिर पर कफ़न बाँधना – मरने के लिए तैयार रहना
वाक्य प्रयोग : भारतीय सैनिक सीमा पर सिर पर कफ़न बाँधे खड़े रहते हैं।

21. सिर पर पाँव रख कर भागना – बहुत तेजी से भाग जाना
वाक्य प्रयोग : पुलिस को देख कर चोर सिर पर पाँव रख कर भाग गए।

22. सिर मुँड़ाते ही ओले पड़ना – कार्य के आरम्भ में ही विघ्न पड़ना
वाक्य प्रयोग : नया व्यापार शुरू करते ही अरुण बीमार पड़ गया, उस बेचारे के सिर मुंंड़ाते ही ओले पड़ गए।

23. सिर सफेद होना – बुढ़ापा होना
वाक्य प्रयोग : अब तो गोपाल का सिर सफेद हो गया है।

24. सिर पर आ जाना – बहुत नजदीक होना
वाक्य प्रयोग : गोविन्द परीक्षा सिर पर आ गयी है, इसलिए अब पढ़ना शुरू कर दो।

25. सिर खुजलाना – दुविधा मे पड़ना या सोच मे पड़ना
वाक्य प्रयोग : रमेश सिर मत खुजलाओ, किताब देनी है तो दो।

26. सींकिया पहलवान – दुबला-पतला व्यक्ति, जो स्वयं को बलवान समझता है
वाक्य प्रयोग : कमलेश तो अपने आप को बहुत ताकतवर समझता है, लेकिन वह तो सींकिया पहलवान निकला।

27. सूरज को दीपक दिखाना – जो स्वयं प्रसिद्ध या श्रेष्ठ हो उसके विषय में कुछ कहना
वाक्य प्रयोग : गदाधर भीम के बारे में कुछ कहना तो सूरज को दीपक दिखाने वाली बात है।

28. सूरज पर थूकना – नितान्त निर्दोष व्यक्ति पर लांछन लगाना
वाक्य प्रयोग : सुमित के बारे में कुछ कहना तो सूरज पर थूकना है।

29. सेर को सवा सेर मिलना – किसी जबरदस्त व्यक्ति को उससे भी बलवान या अच्छा व्यक्ति मिलना
वाक्य प्रयोग : रामू ऑफिस में खुद को बहुत होशियार समझता था, लेकिन अमित के आने से अब सेर को सवा सेर मिल गया।

30. सोने की चिड़िया – धनी देश
वाक्य प्रयोग : अंग्रेजों के आने से पहले हिन्दुस्तान सोने की चिड़ियाँ था।

31. स्वाहा होना – जल जाना / नष्ट या खत्म होना
वाक्य प्रयोग : मुंबई में जरा-सी चिंगारी से सैकड़ों झुग्गी झोपड़ियाँ स्वाहा हो गई।

32. सकते में आना – चकित रह जाना
वाक्य प्रयोग : पार्टी में अपने प्रधानाचार्य को देख चिंटू तो सकते में आ गया।

33. सठिया जाना – बुद्धि नष्ट हो जाना
वाक्य प्रयोग : मोहित के दादा जी अब सठिया गए हैं, इसलिए उनकी बातों का बुरा मत मानो।

34. सनक सवार होना – किसी काम को करने की धुन लग जाना
वाक्य प्रयोग : राघव को रोज़ क्रिकेट खेलने की सनक सवार हो गई है।

35. सन्न रह जाना – कुछ करते न बनना
वाक्य प्रयोग : प्रधानाचार्य जी को अचानक अपने घर पर देखकर रमन सन्न रह गया।

36. सन्नाटा छाना – सब लोगों का चुप हो जाना / ख़ामोशी छा जाना
वाक्य प्रयोग : गाँव में डाकुओं को देख कर पूरे गाँव में सन्नाटा छा गया।

37. सबक मिलना – शिक्षा या दंड मिलना
वाक्य प्रयोग : गाँव वालों से मार खाने के बाद चोरों को अच्छा सबक मिला।

38. सब्जबाग दिखाना – झूठी आशाएँ दिलाना
वाक्य प्रयोग : घनश्याम लोगों को विदेश भेजने की बातें करके सब्जबाग दिखाता है और उनसे पैसा लूटता है।

39. समाँ बाँधना – रंग जमाना
वाक्य प्रयोग : आज तो रघुवीर ने कार्यक्रम में समाँ बाँध दिया।

40. सर्दी खाना – ठंड लग जाना
वाक्य प्रयोग : बारिश में भीग जाने के कारण राजू को सर्दी खा गई।

41. सरपट दौड़ाना – तेज दौड़ाना
वाक्य प्रयोग : महाराणा प्रताप का घोड़ा चेतक युद्ध में सरपट दौड़ता था।

42. साँप को दूध पिलाना – दुष्ट को प्रश्रय देना
वाक्य प्रयोग : बलवीर एक गुंडा है, उसकी सहायता करके तुम साँप को दूध पिला रहे हो।

43. साँप सूँघ जाना – एकदम चुप हो जाना / हक्का बक्का रह जाना
वाक्य प्रयोग : अचानक दादा जी को देखकर गोविन्द को साँप सूँघ गया।

44. साँस लेने की फुर्सत न होना – बहुत व्यस्त होना
वाक्य प्रयोग : आजकल तो घर में इतना काम है कि साँस लेने की भी फुर्सत नहीं है।

45. सात खून माफ करना – बहुत बड़े अपराध माफ करना
वाक्य प्रयोग : सागर तो मंत्री जी का बेटा है इसलिए उसके सात खून भी माफ़ हो जायेंगे।

46. सात परदों में रखना – छिपाकर रखना
वाक्य प्रयोग : मास्टर जी ने बच्चों को समझाया कि किसी के अपराध को सात पर्दो में छुपाना बहुत बड़ा गुनाह होता है।

47. सातवें आसमान पर चढ़ना – घमंड होना
वाक्य प्रयोग : सरकारी नौकरी मिलते ही सुरेश तो सातवें आसमान पर चढ़ गया।

48. सिट्टी-पिट्टी गुम हो जाना – बहुत डर जाना
वाक्य प्रयोग : कक्षा में अचानक प्रधानाचार्य जी के आते ही सब बच्चों की सिट्टी-पिट्टी गुम हो गई।

49. सिर खाना – व्यर्थ की बातों से तंग करना
वाक्य प्रयोग : छोटू मेरा सिर मत खा, मैं वैसे ही बहुत परेशान हूँ।

50. सिर ऊँचा करना – इज्जत बढ़ाना
वाक्य प्रयोग : डॉक्टर बनकर लोकेश ने अपने ​माता-पिता का सिर ऊँचा कर दिया।

51. सिर नीचा होना – बेइज्ज़ात होना
वाक्य प्रयोग : गर्वित की जुआ खेलने की आदत से उसके पिता का सिर नीचा हो गया।

52. सिर चढ़ना – अशिष्ट या उदंड होना
वाक्य प्रयोग : गोलू तो आजकल बहुत सिर चढ़ गया है, किसी की सुनता ही नहीं है।

53. सिर पटकना – पछताना
वाक्य प्रयोग : यदि तुमने अपने पिता की बात मान ली होती तो आज सिर पटकने की जरुरत नहीं’होती।

54. सिर पर खड़ा रहना – बहुत निकट रहना
वाक्य प्रयोग : रमेश तुम हमेशा मेरे सिर पर क्यों खड़े रहते हो, मुझे मेरा काम करने दो।

55. सिर पर तलवार लटकना – खतरा होना
वाक्य प्रयोग : जब से रमन के खिलाफ सी.बी.आई. ने जाँच शुरू की है, तब से उसके सिर पर तलवार लटक गई है।

56. सिर फिरना – पागल हो जाना
वाक्य प्रयोग : उमेश को मत छेड़ो, अगर उसका सिर फिर गया तो तुम लोगों की खैर नहीं।

57. सीधे मुँह बात न करना – घमंड करना
वाक्य प्रयोग : रचित को अपने पैसे का बहुत घमंड है, वह किसी से सीधे मुँह बात ही नहीं करता।

58. सुनी अनसुनी करना – ध्यान न देना
वाक्य प्रयोग : गौरव हमेशा अपने माता-पिता की बातों को सुनी अनसुनी कर देता है।

59. सुनते-सुनते कान पक जाना – एक ही बात को सुनते-सुनते ऊब जाना
वाक्य प्रयोग : कमला की बातें सुनते-सुनते तो मेरे कान पक गए हैं।

60. सुर्खाब के पर लगना – कोई विशेष गुण होना
वाक्य प्रयोग : सौम्य में ऐसे कौन से सुर्खाब के पर लगे हैं, जो सभी अध्यापक कक्षा में उसे इतना महत्त्व देते हैं।

61. सुईं का भाला बनाना – छोटी-सी बात को बढ़ाना
वाक्य प्रयोग : नीतू छोटी-सी बात को सुईं का भाला बनाना में माहिर है।

62. सूख कर काँटा हो जाना – बहुत कमजोर हो जाना
वाक्य प्रयोग : बीमारी के कारण अशोक तो एकदम सूखकर काँटा हो गया है।

63. सेंध लगाना – चोरी करने के लिए दीवार में छेद करना
वाक्य प्रयोग : चोरों ने मेरे घर की दीवार में सेंध लगाकर चोरी करने की कोशिश की।

64. सोने पे सुहागा – बेहतर होना
वाक्य प्रयोग : बेटे के पैदा होने पर तुम्हारी नौकरी लगने की खबर ने सोने पर सुहागा कर दिया।

65. सौ बात की एक बात – असली बात / निचोड़
वाक्य प्रयोग : सौ बात की एक बात तुम्हारे मकान का काम नहीं हो सकता क्योंकि न्यायालय ने इस पर रोक लगाई हुई है।

66. सौदा पटना – सौदा पटना
वाक्य प्रयोग : अगर हमारा इस दुकान का सौदा पट गया तो हम लोग मालामाल हो जाएँगे।

67. सितारा चमकना या बुलंद होना – सौभाग्य के दिन आना
वाक्य प्रयोग : इन दिनों तो मोदी जी का सितारा चमक रहा है।

68. सुबह का चिराग होना – समाप्ति पर आना
वाक्य प्रयोग : गोपालदास बहुत दिनों से बीमार है, उसे तो अब सुबह का चिराग ही समझो।

69. सब धान बाईस पसेरी होना – सबके साथ एक-सा व्यवहार / सब कुछ बराबर समझना
वाक्य प्रयोग : तुम्हे तो काँच और हीरे का अंदाजा नहीं, तुम दोनों को सब धान बाईस पसेरी जैसे समझते हो।

70. सिंह का बच्चा होना – बड़ा बहादुर होना
वाक्य प्रयोग : सोहन तो सिंह का बच्चा है, वह किसी से नहीं डरता।

71. सीधी अँगुली से घी न निकलना – सीधेपन से काम न होना
वाक्य प्रयोग : दुष्ट व्यक्ति के साथ सज्जनता का व्यवहार ठीक नहीं, क्योंकि सीधी अँगुली से घी नहीं निकलता।

72. सिर उठाना – विरोध में खड़ा होना
वाक्य प्रयोग : आंतकवादियों के सामने हमारे भारतीय सैनिक सिर उठाकर खड़े हैं।

73. सिर भारी होना – सिर में दर्द होना
वाक्य प्रयोग : रात में नींद न आने के कारण सुबह से मेरा सिर भारी हो रहा है।

74. सिर पर सवार होना – पीछे पड़ना
वाक्य प्रयोग : मोनू तुम कब तक मेरे सिर पर सवार रहोगे, जाते क्यों नहीं यहाँ से ?

75. सिर से पैर तक – आदि से अन्त तक
वाक्य प्रयोग : सोहन तो सिर से पैर तक अच्छाइयों से भरा हुआ है।

76. सिर पीटना – शोक करना
वाक्य प्रयोग : जब सबने रमन को समझाया था कि पढ़ाई कर लो, तब तो की नहीं और अब रमन सिर पीट रहा है।

77. सिर फिर जाना – पागल हो जाना
वाक्य प्रयोग : ज्यादा धन पाकर लालू का सिर फिर गया है।

78. सिर नीचा करना – लजा जाना
वाक्य प्रयोग : दादा जी को देखते ही कमल ने अपना सिर नीचा कर लिया।

79. सिर का बोझ टलना – निश्र्चिंत होना
वाक्य प्रयोग : बेटे की अच्छी नौकरी लगते ही मानो मेहता जी के सिर का बोझ टल गया।

80. सात घाटों का पानी पीना – अनुभवी होना
वाक्य प्रयोग : घनश्याम कोई मामूली आदमी नहीं है, उसने सात घाटों का पानी पी रखा है।

81. स्याह होना – उदास होना
वाक्य प्रयोग : माँ से डाँट पड़ते ही गोलू स्याह हो गया।

82. सुदामा की कुटिया – गरीब की झोंपड़ी
वाक्य प्रयोग : कमला का घर तो सुदामा की कुटिया है।


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