‘इ’ से शुरू होने वाले मुहावरें

‘इ’ से शुरू होने वाले मुहावरे (अर्थ एवं वाक्य प्रयोग सहित)

यहाँ ‘‘ शब्द के कुछ प्रसिद्ध मुहावरे और उनके अर्थ एवं वाक्य में प्रयोग सहित दिए जा रहे है।

'इ' से शुरू होने वाले मुहावरें

1. इंद्र की परी /इन्द्रासन की परी – बहुत सुन्दर स्त्री
वाक्य प्रयोग : ऐश्वर्या तो इंद्र की परी है, इसलिए ही वह विश्व सुन्दरी बनी।

2. इज्जत उतारना – अपमानित करना
वाक्य प्रयोग : जब सोहन ने दुकानदार के पैसे नहीं लौटाए, तो दुकानदार ने ग्राहक की इज्जत उतार दी।

3. इज्जत मिट्टी में मिलाना – प्रतिष्ठा या सम्मान नष्ट करना
वाक्य प्रयोग : कैलाश की जुए की लत ने उसके परिवार की इज्जत मिट्टी में मिला दी।

4. इधर-उधर की लगाना / इधर की उधर लगाना – चुगली करना
वाक्य प्रयोग : रोहित, इधर-उधर की लगाना छोड़ दो, बुरी बात है।

5. इधर-उधर की हाँकना – बेकार की बातें करना
वाक्य प्रयोग : नीतू हमेशा इधर-उधर की हाँकता ही रहती है, कभी बैठकर पढ़ती ही नहीं है।

6. इस कान सुनना, उस कान निकालना – ध्यान न देना
वाक्य प्रयोग : विद्वान पुरुष बेकार की बातों को इस कान सुनते हैं, उस कान निकाल देते हैं।

7. इस हाथ देना, उस हाथ लेना – तुरन्त फल मिलना
वाक्य प्रयोग : आजकल के बच्चे तो इस हाथ दे, उस हाथ ले में विश्वास करते हैं।

8. इंद्र का अखाड़ा – किसी सजी हुई सभा में खूब नाच-रंग होता है
वाक्य प्रयोग : पुराने जमाने में राजा-महाराजाओं के यहाँ इंद्र का अखाड़ा सजता था।

9. इंतकाल होना – मर जाना
वाक्य प्रयोग : पिता के इंतकाल के बाद सारी जिम्मेदारी अब अब्दुल के कंधों पर आ गई।

10. इशारे पर नाचना – वश में हो जाना / दूसरों के संकेत पर चलना
वाक्य प्रयोग : हम सब तो बस भगवान के इशारे पर नाच रहे हैं।


अन्य अक्षरों से मुहावरें

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