‘द’ से शुरू होने वाले मुहावरें

‘द’ से शुरू होने वाले मुहावरे (अर्थ एवं वाक्य प्रयोग सहित)

यहाँ ‘‘ शब्द के कुछ प्रसिद्ध मुहावरे और उनके अर्थ एवं वाक्य में प्रयोग सहित दिए जा रहे है।

'द' से शुरू होने वाले मुहावरें

1. दम टूटना – मर जाना
वाक्य प्रयोग : सड़क दुर्घटना में आनंद गंभीर रूप से घायल हो गया था और उसने अस्पताल में आज अपना दम तोड़ दिया।

2. दिन दूना रात चौगुना – तेजी से तरक्की करना
वाक्य प्रयोग : गोपाल का व्यापार दिन दूना रात चौगुना बढ़ रहा है।

3. दाल में काला होना – संदेह होना
वाक्य प्रयोग : अनिल के कमरे का दरवाजा बहुत देर से बंद है, लगता है दाल में कुछ काला है।

4. दौड़-धूप करना – बड़ी कोशिश करना
वाक्य प्रयोग : अविनाश ने सरकारी नौकरी पाने के लिए बहुत दौड़-धूप की है।

5. दो कौड़ी का आदमी – तुच्छ या अविश्र्वसनीय व्यक्ति
वाक्य प्रयोग : अशोक तुम किस दो कौड़ी के आदमी की बात कर रहे हो। 

6. दो टूक बात कहना – थोड़े शब्दों में स्पष्ट बात कहना
वाक्य प्रयोग : हरीश दो टूक बात करता है, इसलिए सब समझ आ जाता है। 

7. दो दिन का मेहमान – जल्दी मरने वाला
वाक्य प्रयोग : श्याम को कल ही पता चला कि उनके बेटे को गंभीर बीमारी है और वह दो दिन का मेहमान है।

8. दूध के दाँत न टूटना – ज्ञानहीन या अनुभवहीन होना 
वाक्य प्रयोग : वह तुम्हें क्या समझायेगा, उसके तो अभी दूध के दाँत भी नहीं टूटे हैं।

9. दूध का दूध और पानी का पानी कर देना – पूरा-पूरा इन्साफ करना
वाक्य प्रयोग : कल अदालत में जज साहब ने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया।

10. दूज का चाँद होना / ईद का चाँद होना – कभी-कभार दिखाई पड़ना
वाक्य प्रयोग : साहिल, तुम आजकल तो ईद का चाँद हो गए हो।

11. दो नावों पर पैर रखना / दो नावों पर सवार होना – दो काम एक साथ करना
वाक्य प्रयोग : दो नाव में सवार होने वाला व्यक्ति जीवन में कभी सफल नहीं हो सकता।

12. दम खींचना या साधना – चुप रह जाना
वाक्य प्रयोग : अपनी चोरी पकड़े जाने पर मदन ने दम साध लिया।

13. दमड़ी के तीन होना – बहुत तुच्छ या सस्ता होना
वाक्य प्रयोग : गाँव में गाज़र और मूली दमड़ी की तीन बिक रही हैं।

14. दरवाजे की मिट्टी खोद डालना – बार-बार तकाजा करना
वाक्य प्रयोग : मालिक ने थोड़े से पैसों की मदद करके जुगल के दरवाज़े की मिट्टी खोदनी शुरू कर दी।

15. दरार पड़ना – मतभेद पैदा होना
वाक्य प्रयोग : ज़रा-सी बात को लेकर सोहन और उसके भाई में दरार पड़ गई है।

16. दसों उंगलियाँ घी में होना – खूब लाभ होना
वाक्य प्रयोग : व्यापार अच्छा होने से रामलाल की दसों उंगलियाँ घी में हैं।

17. दाँत पीसना – बहुत क्रोधित होना
वाक्य प्रयोग : मुदित तो छोटी-सी बात पर ही दाँत पीसने लगता है।

18. दाँत काटी रोटी होना – अत्यन्त घनिष्ठता होना / मित्रता होना
वाक्य प्रयोग : स्कूल में लता और श्यामा की दाँत काटी रोटी है।

19. दाँत खट्टे करना – परास्त करना / हराना
वाक्य प्रयोग : देश की सीमा पर जवानों ने दुश्मनों के दाँत खट्टे कर दिए।

20. दाँतों तले उँगली दबाना – दंग रह जाना
वाक्य प्रयोग : राधा की गायकी सुनकर सब लोगों ने दांतो तले उँगलियाँ दबा ली।

21. दाई से पेट छिपाना – जानने वाले से भेद छिपाना
वाक्य प्रयोग : पिताजी अभिनव की हर हरकत जानते हैं, फिर भी वह दाई से पेट छिपा रहा था।

22. दाद देना – प्रशंसा करना
वाक्य प्रयोग : रवि की बहादुरी देखकर सब लोग उसकी दाद देते हैं।

23. दाना-पानी उठना – आजीविका का साधन खत्म होना / बेरोजगार होना
वाक्य प्रयोग : मालिक के द्वारा नौकरी से निकाले जाने के कारण भुवन का दाना-पानी उठ गया।

24. दाल-भात में मूसलचन्द – दो व्यक्तियों की बातों में तीसरे व्यक्ति का हस्तक्षेप करना
वाक्य प्रयोग : सुमित हर जगह दाल-भात में मूसलचन्द की तरह आ जाता है।

25. दिन में तारे दिखाई देना – अधिक दुःख के कारण होश ठिकाने न रहना
वाक्य प्रयोग : पुलिस ने भैरोंसिंह को इतना मारा कि उसे दिन में तारे दिखाई देने लगे।

26. दिन गँवाना – समय नष्ट करना
वाक्य प्रयोग : यूँ ही सारा दिन गवाने से अच्छा है कि अपने पिता के साथ उनके काम में हाथ बंटा लो।

27. दिन पूरे होना – अंतिम समय आना
वाक्य प्रयोग : ध्रुमपान की लत के कारण जवानी में ही रामलाल के दिन पूरे हो गए।

28. दिन पलटना – अच्छे दिन आना
वाक्य प्रयोग : सरकारी नौकरी लगने के बाद से शंकर के दिन पलट गए हैं।

29. दिन-रात एक करना – कठिन श्रम करना
वाक्य प्रयोग : जगत ने डॉक्टर बनने के लिए दिन-रात एक कर दिया था।

30. दिन आना – अच्छा समय आना
वाक्य प्रयोग : भगवान श्रीकृष्ण के द्वारा कंस को मारने पर मथुरा वासियों के दिन आ गए।

31. दिन लद जाना – समय व्यतीत हो जाना
वाक्य प्रयोग : अब वह दिन लद गए जब भारतीय अंग्रेजों की गुलामी किया करते थे।

32. दिमाग दौड़ाना – विचार करना / अत्यधिक सोचना
वाक्य प्रयोग : रितिक बहुत दिमाग दौड़ाता है, इसलिए हमेशा कक्षा में प्रथम आता है। 

33. दिमाग सातवें आसमान पर होना – बहुत अधिक घमंड होना
वाक्य प्रयोग : विदेश से आने पर इंद्रजीत का दिमाग सातवें आसमान पर हो गया है।

34. दिमाग खाना / खाली करना – मगजपच्ची या बकवास करना
वाक्य प्रयोग : सुकेत से बात करना ही बेकार है, सारा दिमाग खा जाता है।

35. दिल पसीजना – किसी पर दया आना
वाक्य प्रयोग : ठण्ड में सड़क पर भिखारी की हालत देखकर मेरा तो दिल पसीज गया।

36. दिल हिलना – अत्यधिक भयभीत होना
वाक्य प्रयोग : रात में अचानक बिजली चले जाने पर मेरा दिल हिल गया।

37. दिल का काला या खोटा – कपटी / दुष्ट
वाक्य प्रयोग : मनीष दिल का बहुत काला है।

38. दिल बाग-बाग होना – अत्यधिक हर्ष होना
वाक्य प्रयोग : विदेश से जब बेटा घर आया तो माता-पिता का दिल बाग-बाग हो गया।

39. दिल कड़ा करना – हिम्मत करना
वाक्य प्रयोग : किसी भी कारोबार को शुरू करने के लिए तुम्हे दिल कड़ा करना पड़ेगा, तभी सफलता मिलेगी।

40. दिल का गुबार निकालना – मन का मलाल दूर करना
वाक्य प्रयोग : सपना अपने दिल का गुबार निकाल दो वरना तुम्हारी तबियत खराब हो जाएगी।

41. दिल की दिल में रह जाना – मनोकामना पूरी न होना
वाक्य प्रयोग : गोपाल छुट्टियों में गोवा घूमने जाना चाहता था परन्तु बुखार के कारण उसकी इच्छा दिल की दिल में ही रह गई।

42. दिल के अरमान निकलना – इच्छा पूरी होना
वाक्य प्रयोग : हमें अपने दिल के अरमान निकलने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।

43. दिल्ली दूर होना – लक्ष्य दूर होना
वाक्य प्रयोग : वैभव ने सिर्फ प्रवेश पास की है, अब उसे डॉक्टर बनना है तो अभी दिल्ली दूर है।

44. दुनिया की हवा लगना – कुमार्ग पर चलना
वाक्य प्रयोग : रघु को दुनिया की हवा लग गई है, इसलिए ही ऐसा बोल रहा है।

45. दुनिया से उठ जाना – मर जाना
वाक्य प्रयोग : राम के चाचा बीमारी की वज़ह से इस दुनिया से उठ गए हैं।

46. दूध का धुला – निष्पाप / निर्दोष
वाक्य प्रयोग : इस कलियुग में दूध का धुला मिलना बहुत ही मुश्किल है।

47. दूध का-सा उबाल आना – एकदम से क्रोध आना
वाक्य प्रयोग : जैसे ही मैंने नए मोबाइल के लिए पिताजी से रुपए माँगे, उनमें दूध का-सा उबाल आ गया।

48. दूध की नदियाँ बहना – धन-दौलत से पूर्ण होना
वाक्य प्रयोग : प्राचीन भारत में दूध की नदियाँ बहती थीं।

49. दूध की मक्खी – तुच्छ व्यक्ति
वाक्य प्रयोग : अनपढ़ होने के कारण हिमांशु तो अपने घर में दूध की मक्खी की तरह है।

50. दूध में से मक्खी की तरह निकालकर फेंकना – अनावश्यक समझकर अलग कर देना
वाक्य प्रयोग : बबिता की मालकिन ने कल उसे दूध में से मक्खी की तरह निकालकर फ़ेंक दिया।

51. दो-दो हाथ होना – लड़ाई होना
वाक्य प्रयोग : ज़रा-सी बात को लेकर गोलू और बबलू में दो-दो हाथ हो गए।

52. दोनों हाथों में लड्डू होना – हर प्रकार से लाभ होना
वाक्य प्रयोग : गोविन्द का कारोबार अच्छा चल रहा था और आज उसकी लाटरी भी लग गई, अब तो उसके दोनों हाथ में लड्डू आ गये।

53. दोनों हाथों से लुटाना – खूब खर्च करना
वाक्य प्रयोग : लगता है आशीष की कोई लाटरी लगी है, इसलिए ही वह दोनों हाथों से लुटा रहा है।

54. दूर के ढोल सुहावने होना या लगना – दूर की वस्तु या व्यक्ति अच्छा लगना
वाक्य प्रयोग : पहाड़ों पर जीवन यापन करना सच में दूर के ढोल सुहावने जैसा है।

55. देवलोक सिधारना – मर जाना
वाक्य प्रयोग : अंकित के पिताजी आज सुबह देवलोक सिधार गए है।

56. दफा होना – चले जाना
वाक्य प्रयोग : कक्षा में शोर करने पर मास्टरजी ने रमेश और दिनेश को कक्षा से दफा होने को कहा।

57. दबदबा मानना – रौब मानना
वाक्य प्रयोग : मुन्ना का तो सारे मुहल्ले वाले दबदबा मानते हैं।

58. दबे पाँव आना/जाना – बिना आहट किए आना/जाना
वाक्य प्रयोग : रेखा के घर में चोरों ने दबे पाँव आकर चोरी कर ली और किसी को पता तक न चला।

59. दर-दर की खाक छानना / दर-दर-मारा-मारा फिरना – जगह-जगह की ठोकरें खाना
वाक्य प्रयोग : सरकारी नौकरी के चक्कर में कैलाश दर-दर की खाक छानता फिर रहा है।

60. दशा फिरना – अच्छे दिन आना
वाक्य प्रयोग : मेहुल चिंता मत करो, दशा फिरते ही सब सही हो जायेगा।

61. दाँत निपोरना – गिड़गिड़ाना
वाक्य प्रयोग : मुदित दाँत निपोरकर भीख माँग रहा है, लेकिन कुछ काम नहीं कर सकता।

62. दाने-दाने को तरसना – भूखों मरना
वाक्य प्रयोग : नौकरी चले जाने के कारण नरेंद्र के घरवाले दाने-दाने को तरसने लगे हैं।

63. दाम खड़ा करना – उचित कीमत प्राप्त करना
वाक्य प्रयोग : विभु, तुम चाहें तो अपने पुराने घर के दाम खड़े कर सकते हो। 

64. दामन छुड़ाना – पीछा छुड़ाना
वाक्य प्रयोग : विजय ने लड़-झगड़ कर परिवार की सारी ज़िम्मेदारियों से दामन छुड़ा लिया।

65. दामन पकड़ना – किसी की शरण में जाना
वाक्य प्रयोग : मनुष्य को भक्ति और मुक्ति पाने के लिए भगवान का दामन पकड़ना चाहिए।

66. दाल गलना – युक्ति सफल होना
वाक्य प्रयोग : ऋषभ नया मोबाइल खरीदने के लिए पिताजी को फायदे बता रहा था, आखिर दाल गाल ही गई और उसके पिता ने उसे नया मोबाइल दिला दिया।

67. दाल न गलना – सफल न होना
वाक्य प्रयोग : तुम कितनी भी कोशिश कर लो, लेकिन तुम्हारी यहाँ दाल नहीं गलने वाली।

68. दाल रोटी चलना – जीवन निर्वाह होना
वाक्य प्रयोग : रिंकू मज़दूरी करके इतना कमा लेता है कि किसी तरह दाल-रोटी चल जाती है।

69. दिल बल्लियों उछलना – बहुत खुश होना
वाक्य प्रयोग : लाटरी लगने की खबर मिलते ही अशोक का दिल बल्लियों उछलने लगा।

70. दिल्लगी करना – मजाक करना
वाक्य प्रयोग : मदन हर समय किसी से दिल्लगी करना अच्छा नहीं लगता।

71. दुकान बढ़ाना – दुकान बंद करना
वाक्य प्रयोग : शर्मा जी रोज़ शाम को सात बजे दुकान बढ़ाकर घर जाते हैं।

72. दीवारों के कान होना – किसी गोपनीय बात के प्रकट हो जाने का खतरा
वाक्य प्रयोग : तुम लोग बात करते समय सावधानी रखा करो, दीवारों के भी कान होते हैं।

73. दुखती रग को छूना – मर्म पर आघात करना
वाक्य प्रयोग : कोमल की दुखती रग को मत छुओ, वरना वह रो पड़ेगी।

74. दुम दबाकर भागना – डटकर भागना / चले जाना
वाक्य प्रयोग : इंस्पेक्टर को देखते ही चोर दुम दबाकर भाग गया।

75. दुलत्ती झाड़ना – दोनों लातों से मारना
वाक्य प्रयोग : शादी में पटाखे फोड़ने से घोड़ी दुलत्ती झाड़ कर तेज भागने लगी।

76. दुश्मनी मोल लेना – व्यर्थ की दुश्मनी करना
वाक्य प्रयोग : बदमाशों से दुश्मनी मोल लेना कोई अक्लमंदी नहीं है।

77. दूध की लाज रखना – वीरोचित कार्य करना
वाक्य प्रयोग : बेटे की सेना में नौकरी लगने पर माँ ने कहा कि मेरे दूध की लाज रखकर मेहनत और ईमानदारी से देश की रक्षा करना।

78. दूध पीता बच्चा – अबोध एवं निरपराध व्यक्ति
वाक्य प्रयोग : मैं कोई दूध पीता बच्चा नहीं हूँ, जो तुम हमेशा मुझे टोकते रहते हो।

79. दृष्टि फिरना – पहले जैसा प्रेम या स्नेह न रहना
वाक्य प्रयोग : माँ यदि आपकी ही दृष्टि फिर गई तो हमारा क्या होगा। 

80. देखते रह जाना – दंग रह जाना
वाक्य प्रयोग : मेले में छोटे-से बच्चे के करतब लोग देखते ही रह गए।

81. देखते ही बनना – वर्णन न कर पाना
वाक्य प्रयोग : कश्मीर में पहाड़ों की छटा देखते ही बनती थी।

82. देह टूटना – दर्द होना
वाक्य प्रयोग : सुबह से बुखार के कारण ही मेरी देह टूट रही है।

83. देह भरना – मोटा हो जाना
वाक्य प्रयोग : जेठालाल पहले तो वह बहुत कमजोर था, लेकिन अब अच्छी नौकरी के बाद ही उसकी देह भर गई।

84. द्वार-द्वार फिरना – घर-घर भीख माँगना
वाक्य प्रयोग : भोलू बेचारा द्वार-द्वार फिरता है, तब जाकर पेट भरने लायक भोजन मिलता है।

85. द्वार लगाना – दरवाजा बंद करना
वाक्य प्रयोग : मोहित ने मुझे देखते ही द्वार लगा दिया।

86. दरदर भटकना – मारे-मारे फिरना
वाक्य प्रयोग : भिखारी को भोजन के लिए दरदर भटकना पड़ता है।

87. दाल-भात का कौर समझना – आसान समझना
वाक्य प्रयोग : डॉक्टर बनना कोई दाल-भात का कौर नहीं है।

88. दाहिना हाथ होना – सहायक होना
वाक्य प्रयोग : माधव तो अपने पिताजी का दाहिना हाथ है। 

89. दीन-दुनिया की खबर न होना – संसार का कुछ भी पता न होना
वाक्य प्रयोग : जब से वह विदेश गया है, उसे दीन-दुनिया की खबर ही नहीं रहती।

90. दीन दुनिया भूल जाना – सुध-बुध भूल बैठना
वाक्य प्रयोग : आई.ए.एस. की पढ़ाई के चक्कर में उदित दीन-दुनिया भूल गया था।

91. दम मारना – विश्राम करना
वाक्य प्रयोग : किसान सुबह से लगातार खेत में काम कर रहे था, इसलिए दम मारने के लिए पेड़ के नीचे लेट गया।

92. दम में दम आना – राहत होना
वाक्य प्रयोग : बेटी के सुरक्षित घर पहुँचते ही माता-पिता के दम में दम आया।

93. दाँव खेलना – धोखा देना
वाक्य प्रयोग : शकुनि ने जुए में दाँव खेलकर पांडवों का सारा राज्य छीन लिया।

94. दिनों का फेर होना – बुरे दिन आना
वाक्य प्रयोग : हमें कभी भी दिनों के फेर में हार नहीं माननी चाहिए।

95. दायें-बायें देखना – सावधान होना
वाक्य प्रयोग : हमेशा दायें-बायें देखकर की सड़क पर चलना चाहिए।

96. दिल दरिया होना – उदार होना
वाक्य प्रयोग : विवेक का मालिक तो दिल दरिया है, अपने कारीगरों का हमेशा ध्यान रखता है।

97. दाँत दिखाना – खीस काढ़ना
वाक्य प्रयोग : राहुल खुद तो देर से आया और अब दाँत दिखा रहा है।

98. दाँत गड़ाना – कुछ हड़पने के लिए दृढ़ होना
वाक्य प्रयोग : मेरे पड़ोसी ने तो मेरे घर पर दाँत गड़ा रखे हैं।

99. दाँत से दाँत बजना – बहुत जाड़ा पड़ना
वाक्य प्रयोग : दिल्ली में तो इस साल दिसंबर में दाँत बजने की नौबत आ गयी।

100. दाँतों में जीभ-सा रहना – शत्रुओं से घिरा रहना
वाक्य प्रयोग : विभीषण लंका में दाँतों में जीभ-से रहते थे।


अन्य अक्षरों से मुहावरें

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