‘अ’ से शुरू होने वाले मुहावरें

‘अ’ से शुरू होने वाले मुहावरे (अर्थ एवं वाक्य प्रयोग सहित)

यहाँ ‘‘ शब्द के कुछ प्रसिद्ध मुहावरे और उनके अर्थ एवं वाक्य में प्रयोग सहित दिए जा रहे है।

'अ' से शुरू होने वाले मुहावरें

1. अक्ल पर पत्थर पड़ना – बुद्धि भष्ट होना/ बुद्धि का काम न करना
वाक्य प्रयोग : रमेश ने दूसरे के कहने पर अपना बनता काम बिगाड़ लिया, लगता है जैसे उसकी अक्ल पर पत्थर पड़ गया हो।

2. अंक भरना – लिपटा लेना/ गले लगाना
वाक्य प्रयोग : बेटी की विदाई होने पर माँ ने उसे अंक भर लिया।

3. अंग टूटना – थकान का दर्द
वाक्य प्रयोग : लगता है श्याम ने आज कुछ ज्यादा ही काम कर लिया जिससे उसके अंग टूट रहे है।

4. अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बनना – अपनी प्रशंसा स्वयं करना
वाक्य प्रयोग : सच्चे दोस्त को अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बनना शोभा नहीं देता।

5. अक्ल का चरने जाना – समझ का अभाव होना
वाक्य प्रयोग : मोहित परीक्षा में इतने कम अंक लाया है, क्या उसकी अक्ल चरने चली गई थी?

6. अपने पैरों पर खड़ा होना – स्वालंबी होना
वाक्य प्रयोग : लड़को को अपने पैरों पर खड़े होने पर ही विवाह करना चाहिए।

7. अक्ल का दुश्मन – मूर्ख
वाक्य प्रयोग : राहुल उलटे सीधे काम करता है, इसलिए गांव वाले उसको अक्ल का दुश्मन बुलाते है।

8. अपना उल्लू सीधा करना – मतलब निकालना
वाक्य प्रयोग : नेता हमेशा अपना उल्लू सीधा करने के लिए ही लोगों को भड़काते रहते है।

9. अंगारों पर लेटना – दुःख सहना
वाक्य प्रयोग : सुदामा चाहे कितने अंगारों पर लेटे हो परन्तु कभी अपने मित्र कृष्ण से दुःख का विवरण नहीं किया।

10. अँगूठा दिखाना – समय पर धोखा देना
वाक्य प्रयोग : सच्चा दोस्त वही है जो मुसीबत में काम आये, ना कि वो जो अंगूठा दिखा कर चला जाए।

11. अँगूठे पर मारना – परवाह न करना
वाक्य प्रयोग :
लखन सभी को अपने अंगूठे पर मरता है|

12. अण्टी मारना – चाल चलना
वाक्य प्रयोग : महाभारत में द्रोणाचार्य ने चक्रव्यूह की अण्टी मारी थी, फिर भी दुर्योधन की पराजय हुई।

13. अण्ड-बण्ड कहना – भला-बुरा या अण्ट- सण्ट कहना
वाक्य प्रयोग : अज्ञानता वश हम कही बार अण्ड-बण्ड कह देते है जो कि अनुचित है।

14. अन्धाधुन्ध लुटाना – बिना विचारे व्यय करना
वाक्य प्रयोग : अपनी मेहनत की कमाई भी क्या कोई अन्धाधुन्ध लुटाता है?

15. अन्धा बनना – आगे-पीछे कुछ न देखना / जान-बूझकर किसी बात पर ध्यान न देना
वाक्य प्रयोग : हे पार्थ! यह युद्ध धर्म और अधर्म का है इसलिए अन्धा बनने से तो धर्म की विजय नहीं होगी।

16. अन्धा बनाना – धोखा देना
वाक्य प्रयोग : किसी को अन्धा बनाना दण्डनीय अपराध है, ऐसा करना उचित नहीं है।

17. अन्धा होना – विवेकभ्रष्ट होना
वाक्य प्रयोग : इतना समझाने के बाद भी अन्धा होना कहाँ की विशेषता है।

18. अन्धे की लकड़ी – एकमात्र सहारा
वाक्य प्रयोग : श्रवण ही अपने माता-पिता के लिए अंधे की लकड़ी थे।

19. अन्धेरखाता – अन्याय
वाक्य प्रयोग : तुम्हारे कार्यालय में बिना रिश्वत दिए काम ही नहीं होता है, पूरी तरह से अंधेरखाता है।

20. अन्धेर नगरी – जहाँ धांधली का बोलबाला हो
वाक्य प्रयोग : तुम्हारी इस अन्धेर नगरी में कभी तरक्की नहीं हो सकती।

21. अकेला दम – अकेला
वाक्य प्रयोग : यह कार्य अकेला दम से ही हो जायेगा।

22. अक्ल की दुम – स्वयं को होशियार समझना
वाक्य प्रयोग : इस अक्ल की दुम की वजह से ही आज तुम्हारी यह दशा है।

23. अगले जमाने का आदमी – सीधा-सादा / ईमानदार
वाक्य प्रयोग : आज के जमाने में अगले जमाने के आदमी को बुद्धु समझा  जाता है।

24. अढाई दिन की हुकूमत – कुछ दिनों की शानोशौकत / कुछ दिनों का शासन करना
वाक्य प्रयोग : महाराज कंस ने तो अढाई दिन की हुकूमत में ही मथुरा में अत्याचार कर दिया था।

25. अत्र-जल उठना – रहने का संयोग न होना, मरना
वाक्य प्रयोग : जब से माँ अपने पुत्र से बिछड़ गई है, उसका तो अत्र-जल उठ चुका है।

26. अत्र-जल करना – जलपान करना 
वाक्य प्रयोग : कभी भी अत्र-जल करने पर उसका शुक्रिया करना परम कर्तव्य है।

27. अत्र लगना – स्वस्थ रहना
वाक्य प्रयोग : परदेश के अत्र लगने से राम अब तो हम सबको भूल ही गया।

28. अपना किया पाना – कर्म का फल भोगना
वाक्य प्रयोग :  विद्वान रावण ने अपना किया पा ही लिया।

29. अपना-सा मुँह लेकर रह जाना – शर्मिन्दा होना
वाक्य प्रयोग : अपना-सा मुँह लेकर रहने से तुम्हारी भूल नहीं सुधर जाएगी।

30. अपनी खिचड़ी अलग पकाना – स्वार्थी होना
वाक्य प्रयोग : यदि सभी अपनी खिचड़ी अलग पकाने लगेंगे, तो देश और समाज की उत्रति होने से रही।

31. अपने पाँव आप कुल्हाड़ी मारना – संकट मोल लेना
वाक्य प्रयोग : विभीषण को राज्य से निकालकर रावण ने अपने पाँव आप कुल्हाड़ी मार ली थी।

32. अब-तब करना – बहाना करना
वाक्य प्रयोग : इतने दिनों के बाद भी वह अब-तब करके फरार हो गया।

33. अब-तब होना –  परेशान करना या मरने के करीब होना
वाक्य प्रयोग : जिंदगी में अब-तब होना ही है इसलिए सदैव अच्छा कार्य करना चाहिए।

34. अंग-अंग ढीला होना – अत्यधिक थक जाना
वाक्य प्रयोग : रोहन ने माता वैष्णो देवी  की यात्रा पैदल ही पूरी की, लेकिन जब वह लौटकर आया तो उसका अंग अंग ढीला था।

35. अंगारे उगलना – कठोर और कड़वी बातें कहना / क्रोध में कठोर वचन बोलना
वाक्य प्रयोग : अरे! उसने तो कुछ भी नहीं किया था, तुम तो बेवजह ही उस पर अंगारे उगल रहे हो।

36. अंगारों पर लोटना – ईर्ष्या से व्याकुल होना
वाक्य प्रयोग :  राधा के सुख को देखकर तमन्ना अंगारों पर लोटती हैं।

37. अँगुली उठाना – किसी के चरित्र या ईमानदारी पर संदेह व्यक्त करना / दोषारोप करना
वाक्य प्रयोग : लोग महात्मा गांधी जैसे महापुरुष पर भी उंगली उठाने लगे हैं।

38. अँगुली पकड़कर पहुँचा पकड़ना – थोड़ा पाकर अधिक पाने की कोशिश करना
वाक्य प्रयोग : मेरा अनुमान सही निकला तुम तो अँगुली पकड़कर पहुँचा पकड़ना चाहते हो।

39. अँगूठा छाप – अनपढ़
वाक्य प्रयोग : साहिल अँगूठा छाप हैं, परंतु वह अब पढ़ना चाहता है।

40. अंगूर खट्टे होना –  कोई वस्तु न मिलने पर उससे विरक्त होना / बहाने बनाना
वाक्य प्रयोग : जब लोमड़ी अंगूर तक नहीं पहुँच सकी तो वह कहने लगी कि अंगूर खट्टे हैं।

41. अंजर-पंजर ढीला होना – बहुत थक जाना
वाक्य प्रयोग :  मास्टर जी से छड़ी की मार खाकर रमेश का अंजर-पंजर ढीला हो गया।

42. अंडे सेना – निठल्ला बैठे रहना/ घर में ही बैठे रहना
वाक्य प्रयोग : मोहन की पत्नी ने कहा कि कुछ काम करो, अंडे सेने से काम नहीं चलेगा।

43. अंतड़ियों के बल खोलना – बहुत दिनों के बाद भरपेट भोजन करना
वाक्य प्रयोग : आज पंडित जी को न्योता मिला हैं, आज तो वे अपनी अंतड़ियों के बल खोल देंगे।

44. अंतड़ियों में बल पड़ना – पेट में दर्द होना
वाक्य प्रयोग : शादी की दावत में अधिक खाना खाकर तुम्हारे तो अंतड़ियों में बल पड़ गए।

45. अंतिम घड़ी आना – मौत निकट आना
वाक्य प्रयोग : अंतिम घड़ी आने तक वैध जीवन की रक्षा करने के लिए उपचार करता है।

46. अंधा बनना – ध्यान न देना
वाक्य प्रयोग : सब कुछ जानकर भी अंधे बनने से सफलता नहीं मिलेगी।

47. अंधे के हाथ बटेर लगना – अनाड़ी आदमी को सफलता प्राप्त होना
वाक्य प्रयोग : आज शुभम को शतरंज के खेल में जीत मिली तो जैसे अंधे के हाथ बटेर लग गई।

48. अंधे को दो आँखें मिलना – मनोरथ सिद्ध होना
वाक्य प्रयोग : सोहन की शादी होने पर उसकी दादी की जैसे अंधे को दो आँखें मिल गयी हो, ऐसा प्रतीत होता है।

49. अंधेर मचना – अत्याचार करना
वाक्य प्रयोग : मुगलों ने अपने शासनकाल में बहुत अंधेरा मचाया था।

50. अक्ल का अंधा – मूर्ख
वाक्य प्रयोग : मोहन अक्ल का अंधा नहीं है।

51. अक्ल के पीछे लट्ठ लेकर फिरना – हर वक्त मूर्खता का काम करना
वाक्य प्रयोग : पंकज तो हर वक्त अक्ल के पीछे लट्ठ लिए फिरता हैं- आटा लेने भेजा था, नमक लेकर आ गया।

52. अक्ल घास चरने जाना – वक्त पर बुद्धि का काम न करना
वाक्य प्रयोग : तुम्हारी अक्ल घास चरने गई है, तभी तो तुमने सरकारी नौकरी छोड़ दी।

53. अक्ल ठिकाने लगना – गलती समझ में आना
वाक्य प्रयोग : अध्यापक ने आज कक्षा में मोनू की अक्ल ठिकाने लगा दी।

54. अगर-मगर करना – तर्क करना / टालमटोल करना
वाक्य प्रयोग : ज्यादा अगर-मगर करनी है तो यहाँ से जाओ अब हमें तुम्हारे जैसा नौकर नहीं चाहिए।

55. अपना रास्ता नापना – चले जाना
वाक्य प्रयोग : यहाँ तुम्हें नौकरी मिलना मुश्किल है, जाओ अपना रास्ता नापो।

56. अपना सिक्का जमाना – अपनी धाक या प्रभुत्व जमाना
वाक्य प्रयोग : तुमने कुछ ही दिनों में अपने इलाके में अपना सिक्का जमा लिया है।

57. अपना सिर ओखली में देना – जान-बूझकर संकट मोल लेना
वाक्य प्रयोग : खटारा मोटर कार खरीदकर सुन्दर ने अपना सिर ओखली में दे दिया है।

58. अपनी खाल में मस्त रहना – अपने आप में संतुष्ट रहना
वाक्य प्रयोग : वह बावला अपनी खाल में मस्त रहने वाले में से है।

59. अढाई चावल की खिचड़ी अलग पकाना – सबसे अलग रहना
वाक्य प्रयोग : अढ़ाई चावल की खिचड़ी अलग पकाने से तुम्हारा ज्ञान बढ़ सकता  है क्या?

60. अंगारों पर पैर रखना – अपने को खतरे में डालना
वाक्य प्रयोग : भारतीय सेना अंगारों पर पैर रखकर अपने देश की रक्षा करती है।

61. अक्ल का अजीर्ण होना – आवश्यकता से अधिक अक्ल होना
वाक्य प्रयोग : अर्जुन को धनुष बाण में अक्ल का अजीर्ण था।

62. अक्ल दंग होना – चकित होना
वाक्य प्रयोग : मेरे पुत्र का पढ़ाई में ज्यादा मन नहीं लगता लेकिन परीक्षा परिणाम आने पर सब को अक्ल दंग कर देता है।

63. अक्ल का पुतला – बहुत बुद्धिमान
वाक्य प्रयोग : रावण तीनो लोको में अक्ल का पुतला था।

64. अन्त पाना – भेद पाना
वाक्य प्रयोग : राम जी ने विभीषण की सहायता से ही रावण का अंत पाया था।

65. अन्तर के पट खोलना – विवेक से काम लेना
वाक्य प्रयोग : अन्तर के पट खोलने से ही भगवान के दर्शन मिल सकते हैं।

66. अक्ल के घोड़े दौड़ाना – कल्पनाएँ करना
वाक्य प्रयोग : आपके अक्ल के घोड़े दौड़ाने से सौंदर्य प्राप्त नहीं होगा।

67. अपने दिनों को रोना – अपनी स्वयं की दुर्दशा पर शोक प्रकट करना
वाक्य प्रयोग : तुम तो हर वक्त अपने ही दिनों को रोना गाते रहते हो, इसलिए कोई तुमसे बात नहीं करता।

68. अलाद्दीन का चिराग – आश्चर्यजनक या अद्भुत वस्तु
वाक्य प्रयोग : तुम्हारी आज की विजय अलाद्दीन के चिराग से कम नहीं है।

69. अल्लाह को प्यारा होना – मर जाना
वाक्य प्रयोग : सबको एक दिन अल्लाह को प्यारा होना ही है।

70. अपनी डफली आप बजाना – अपने मन की करना
वाक्य प्रयोग : मोहन दूसरे की बात नहीं सुनता , वह हमेशा अपनी डफली आप बजाता है।

71. अंग-अंग मुसकाना – अति प्रसन्न होना
वाक्य प्रयोग : विवाह की बात पक्की होने की खबर को सुनते ही तुम्हारा तो अंग-अंग मुसकाने लगा।

72. अगवा करना – अपहरण करना
वाक्य प्रयोग : बाबूलाल के बेटे को डाकुओं ने अगवा कर लिया है।

73. अति करना – मर्यादा का उल्लंघन करना
वाक्य प्रयोग : दुर्योधन की अति करने का परिणाम उसकी मृत्यु का कारण था।

74. अपना राग अलापना – किसी की न सुनना
वाक्य प्रयोग : दुर्योधन ने कभी भीष्म पितामह की नहीं सुनी और हमेशा अपना राग अलापने लगा जिस कारण महाभारत का युद्ध हुआ।

75. अपनी राम कहानी सुनाना – अपना हाल बताना
वाक्य प्रयोग : गणेश अपने मामा के घर जाकर अपनी राम कहानी सुनाने लगा।

76. अरमान निकालना – इच्छा पूरी करना
वाक्य प्रयोग : सीता जी ने राम जी से विवाह करके अपना अरमान निकाला।

77. अन्धों में काना राजा – अज्ञानियों में अल्पज्ञान वाले का सम्मान होना
वाक्य प्रयोग : मोहन अन्धों में काना राजा है।

78. अंकुश देना – दबाव डालना
वाक्य प्रयोग : तुम्हारा इतना अंकुश देना मोहन के लिए उचित नहीं है, इससे वह और निराश होगा।

79. अंग में अंग चुराना – शरमाना
वाक्य प्रयोग : देवी सीता की स्वयम्बर होने की बात से वह अंग में अंग चुराने लगी।

80. अंग-अंग फूले न समाना – आनंदविभोर होना
वाक्य प्रयोग : आज के इस आनंद विभोर वातावरण में मेरा तो अंग-अंग फूले न समाना ही था।

81. अंगार बनना – क्रोध करना
वाक्य प्रयोग : अत्यधिक अंगार बनना भी अपनी सेहत से खिलवाड़ करना है।

82. अठखेलियाँ सूझना – दिल्लगी करना
वाक्य प्रयोग : हमारी जान जा रही थी और तुमको अठखेलियाँ सूझ रही थी।

83. अँधेरे मुँह – प्रातः काल/ तड़के
वाक्य प्रयोग : वह अँधेरे मुँह ही घर से निकल पड़ा।

84. अड़ियल टट्टू – रूक-रूक कर काम करना
वाक्य प्रयोग : अड़ियल टट्टू की भांति कुछ नहीं होगा, सफल होने के लिए कड़ी मेहनत करो।

85. अपना घर समझना – बिना संकोच व्यवहार
वाक्य प्रयोग : आप हमारे घर कोअपना घर ही समझकर रहें।

86. अड़चन डालना – बाधा उपस्थित करना
वाक्य प्रयोग : तुम हमेशा ही मेरे काम में अड़चन डालते हो।

87. अँगूठा चूमना – बहुत अधिक विनती करना
वाक्य प्रयोग : आजकल अधिकारियों के अंगूठे चूमने पर ही कार्य जल्दी होते हैं।

88. अँगूठा नचाना – चिढाना
वाक्य प्रयोग : सच्चे दोस्त का अपने दोस्त को अँगूठा नचाना सही नहीं है।

89. अंग उभरना – यौवन के लक्षण दिखाई पड़ना
वाक्य प्रयोग : चौदहवाँ वर्ष लगते ही सीमा के अंग उभरने लगे।

90. अंडर-ग्राउंड होना – फरार होना
वाक्य प्रयोग : मदन का दोस्त उसे धोखा देकर अंडर-ग्राउंड हो गया।


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