‘क’ से शुरू होने वाले मुहावरें
‘क’ से शुरू होने वाले मुहावरे (अर्थ एवं वाक्य प्रयोग सहित)
यहाँ ‘क‘ शब्द के कुछ प्रसिद्ध मुहावरे और उनके अर्थ एवं वाक्य में प्रयोग सहित दिए जा रहे है।
1. कागजी घोड़े दौड़ाना – केवल लिखा-पढ़ी करना, पर कुछ काम की बात न होना
वाक्य प्रयोग : सरकारी दफ्तर में सिर्फ कागजी घोड़े दौड़ते हैं, होता कुछ भी नहीं।
2. कान देना – ध्यान देना
वाक्य प्रयोग : रमेश स्कूल में अध्यापक की बातों पर कान दिया करो।
3. कान खोलना – सावधान होना
वाक्य प्रयोग : कान खोलकर सुन लो, इस बार तुम्हें परीक्षा में अच्छे नंबर से पास होना है।
4. कमर कसना – तैयार होना
वाक्य प्रयोग : आतंकियों से लड़ने के लिए भारतीय जवानों ने अपनी कमर कस ली है।
5. कलेजा मुँह का आना – भयभीत होना
वाक्य प्रयोग : जंगल में शेर को देख कर उसका कलेजा मुँह को आ गया
6. कलेजे पर साँप लोटना – ईष्या होना / जलन होना
वाक्य प्रयोग : अपने पड़ोसी की सम्पन्नता देखकर गौरी के कलेजे पर साँप लोटने लगे।
7. कमर टूटना – बेसहारा होना
वाक्य प्रयोग : परेश के मर जाने उसके पिता की कमर ही टूट गयी।
8. किताबी कीड़ा होना – पढ़ाई के अलावा कुछ न करना
वाक्य प्रयोग : वृंदा तो किताबी कीड़ा है, हमेशा पढ़ती ही रहती है।
9. कलम तोड़ना – बढ़िया लिखना
वाक्य प्रयोग : वाह बेटा! बहुत अच्छा निबंध लिखा है, तुमने तो कलम तोड़ दी।
10. कोसों दूर भागना – बहुत अलग रहना
वाक्य प्रयोग : मैं तो जुए से कोसों दूर भागता हूँ।
11. कुआँ खोदना – हानि पहुँचाने के प्रयत्न करना
वाक्य प्रयोग : दूसरों के लिये कुआँ खोदने वाला सबसे पहले खुद ही उसमें गिरता है।
12. कल पड़ना – चैन मिलना
वाक्य प्रयोग : इस डॉक्टर की दवा से आज मुझे कल पड़ा।
13. किरकिरा होना – विघ्र आना
वाक्य प्रयोग : बिन बुलाये मेहमान के आ जाने से दावत का सारा मजा किरकिरा हो गया।
14. किस मर्ज की दवा – किस काम के
वाक्य प्रयोग : जो भी काम बोलो वो तो तुम्हें आता नहीं है, आखिर तुम किस मर्ज की दवा हो?
15. कुत्ते की मौत मरना – बुरी तरह मरना
वाक्य प्रयोग : कृष्ण ने कंस को कुत्ते की मौत मारा।
16. काँटा निकलना – बाधा दूर होना
वाक्य प्रयोग : आतंकवादियों को मौत के घाट उतार कर देश में शांति की राह के कांटे निकल गए।
17. कागज काला करना – बिना मतलब कुछ लिखना
वाक्य प्रयोग : इस संसार में कागज़ काला करने वाले की कोई इज्ज़त नहीं होती है।
18. किस खेत की मूली – अधिकारहीन / शक्तिहीन
वाक्य प्रयोग : मैंने कुश्ती में बड़े-बड़ों को हराया है तो तुम किस खेत की मूली हो।
19. कंठ का हार होना – बहुत प्रिय होना
वाक्य प्रयोग : राजा दशरथ के लिए उनके पुत्र राम उनके कंठ के हार थे।
20. कंपकंपी छूटना – डर से शरीर काँपना
वाक्य प्रयोग : कोरोना काल में बुखार के नाम से ही अच्छों-अच्छों की कंपकंपी छूट जाती है।
21. ककड़ी-खीरा समझना – तुच्छ या बेकार समझना
वाक्य प्रयोग : रामू का मालिक उसे ककड़ी खीरा समझता है, इसलिए ही उसे सारे दिन डाँटता रहता है।
22. कचूमर निकालना – खूब पीटना
वाक्य प्रयोग : सड़क पर लोगों की भीड़ ने मोबाइल चोर का कचूमर निकल दिया।
23. कच्ची गोली खेलना – अनाड़ीपन दिखाना
वाक्य प्रयोग : मैंने कोई कच्ची गोली नहीं खेली हैं, जो मैं तुम्हारे कहने से घर छोड़कर चला जाऊँ।
24. कटकर रह जाना – बहुत लज्जित होना
वाक्य प्रयोग : जब दुकानदार ने मोहन से सबके सामने उधार के पैसे माँगे तो वह कटकर रह गया।
25. कड़वा घूँट पीना – चुपचाप अपमान सहना
वाक्य प्रयोग : मालिक की जली-कटी सुनकर भोलाराम कड़वा घूँट पीकर रह गए।
26. कढ़ी का-सा उबाल आना – जोश या क्रोध जल्दी खत्म हो जाना
वाक्य प्रयोग : मेरी माँ का क्रोध तो कढ़ी का-सा उबाल है।
27. कतरनी-सी जबान चलना – बहुत बोलना / उल्टा-सीधा बोलना
वाक्य प्रयोग : मुझे नीतू से बोलना पसंद नहीं है,क्योंकि उसकी कतरनी सी जबान चलती है।
28. कदम पर कदम रखना – अनुकरण करना
वाक्य प्रयोग : विद्वानों के कदम पर कदम रखना अच्छी आदत है।
29. कफ़न को कौड़ी न होना – बहुत गरीब होना
वाक्य प्रयोग : सार्थक बातें तो बहुत बड़ी-बड़ी करता है, पर उसके पास कफ़न को कौड़ी भी नहीं हैं।
30. कफ़न सिर से बाँधना – लड़ने-मरने के लिए तैयार होना
वाक्य प्रयोग : भारतीय सैनिक कफ़न सिर से बाँधकर हमेशा अपने देश की रक्षा के लिए तैयार रहते हैं।
31. कबाब में हड्डी होना – सुख-शांति में बाधा होना
वाक्य प्रयोग : वह तो यहाँ कबाब में हड्डी बनकर ही बैठ गया, हम दो मिनट भी बात नहीं कर सके।
32. कबाब होना – क्रोध या ईर्ष्या से जलना
वाक्य प्रयोग : सच्ची बात सुनकर मेरा मित्र कबाब हो गया।
33. कब्र में पाँव लटकना – मौत के निकट होना
वाक्य प्रयोग : कोरोना बीमारी के कारण मेरे मित्र राज के कब्र में पाँव लटक रहे हैं।
34. कमर सीधी करना – आराम करना, लेटना
वाक्य प्रयोग : पूरे दिन काम करके बहुत थक गया हूँ, इसलिए थोड़ी कमर सीधी कर लूँ।
35. कमान से तीर निकलना या छूटना – मुँह से बात निकलना
वाक्य प्रयोग : मित्र, अब तो कमान से तीर निकल गया हैं, अब मैं पीछे नहीं हट सकता।
36. कलई खुलना – भेद प्रकट होना
वाक्य प्रयोग : सबके सामने वैभव की कलई खुल गई तो वह बहुत लज्जित हुआ।
37. कलई खोलना – भेद खोलना / भण्डाफोड़ करना
वाक्य प्रयोग : श्याम ने मुझसे कहा कि यदि मैंने उसकी बात नहीं मानी तो वह सबके सामने मेरी कलई खोल देगा।
38. कलेजा काँपना – बहुत भयभीत होना
वाक्य प्रयोग : पुलिस का नाम सुनते ही चोरों का कलेजा काँप जाता हैं।
39. कलेजा टुकड़े-टुकड़े होना – बहुत दुःखी होना
वाक्य प्रयोग : मित्र की कड़वी बातें सुनकर मेरा कलेजा टुकड़े-टुकड़े हो गया।
40. कलेजा ठण्डा होना – सुख-संतोष मिलना
वाक्य प्रयोग : बेटे की शादी होने पर उसकी माँ का कलेजा ठंडा हो गया।
41. कलेजा दूना होना – उत्साह और जोश बढ़ना
वाक्य प्रयोग : राहुल के कक्षा में प्रथम आने का समाचार सुनकर उसके पिता का कलेजा दूना हो गया।
42. कलेजा पत्थर का करना – कठोर या निर्दयी बनना
वाक्य प्रयोग : उसने कलेजा पत्थर का करके अपने पुत्र को घर दिया।
43. कलेजा पसीजना – दया आना
वाक्य प्रयोग : भिखारी की दशा देखकर सबका कलेजा पसीज गया।
44. कलेजा फटना – बहुत दुःख होना
वाक्य प्रयोग : सुधा की बुखार से मौत सुनकर मेरा तो कलेजा फट गया।
45. कलेजे का टुकड़ा – अत्यन्त प्यारा या पुत्र
वाक्य प्रयोग : संतान हमेशा अपने माता-पिता के कलेजे का टुकड़ा होती है।
46. कलेजे पर छुरी चलना – बातें चुभना
वाक्य प्रयोग : उसकी ऐसी बातों से मेरे कलेजे पर छुरियाँ चलती हैं।
47. कलेजे पर पत्थर रखना – जी कड़ा करना
वाक्य प्रयोग : माँ ने अपने कलेजे पर पत्थर रखकर अपनी इकलौती पुत्री को विदा किया।
48. कलेजे में आग लगना – ईर्ष्या होना
वाक्य प्रयोग : अपने रिश्तेदार की ख़ुशी को देखकर माया के कलेजे में आग लग गई।
49. कसक निकलना – बदला लेना या बैर चुकाना
वाक्य प्रयोग : नौकर मालिक से अपनी कसक निकालकर चला गया।
50. कसाई के खूँटे से बाँधना – निर्दयी या क्रूर मनुष्य के हाथों में देना
वाक्य प्रयोग : रामलाल ने खुद ही अपनी बेटी को कसाई के खूँटे से बाँध दिया हैं। अब कोई कुछ नहीं कर सकता।
51. कहर टूटना – भारी विपत्ति या मुसीबत पड़ना
वाक्य प्रयोग : भूकम्प से घर नष्ट होने पर मिहिर पर कहर टूट पड़ा।
52. कहानी समाप्त होना – मर जाना
वाक्य प्रयोग : डेंगू बुखार होने के बाद उसकी कहानी समाप्त हो गई।
53. काँटे बोना – अनिष्ट करना
वाक्य प्रयोग : अच्छे इंसान को कभी भी किसी के लिए काँटे नहीं बोने चाहिए।
54. काँटों पर लोटना – बेचैन होना
वाक्य प्रयोग : सरकारी नौकरी छूटने के बाद से ही हेमंत काँटों पर लोट रहा है।
55. काँव-काँव करना – खाहमखाह शोर करना
वाक्य प्रयोग : हमारे स्कूल में सारे बच्चें काँव-काँव करते रहते हैं।
56. कागज की नाव – न टिकने वाली वस्तु
वाक्य प्रयोग : हमारा शरीर तो कागज की नाव के समान है, हमें इस पर घमंड नहीं करना चाहिए।
57. काजल की कोठरी – कलंक का स्थान
वाक्य प्रयोग : जुआघर तो काजल की कोठरी है, मैं वहाँ नहीं जाऊँगा।
58. काटो तो खून नहीं – स्तब्ध रह जाना
वाक्य प्रयोग : सड़क पर दुर्घटना को देखकर नेहा चुपचाप बैठी थी, उसकी हालत ही ऐसी है जैसे काटो तो खून नहीं।
59. काठ का उल्लू – महामूर्ख व्यक्ति
वाक्य प्रयोग : उसे कुछ समझ नहीं आता है, लगता है वह काठ का उल्लू है।
60. काठ मार जाना – सुन्न या स्तब्ध रह जाना
वाक्य प्रयोग : बाढ़ में हुए जान माल के नुकसान को सुनते ही हमें तो काठ मार गया।
61. काठ में पाँव देना – जान-बूझकर विपत्ति में पड़ना
वाक्य प्रयोग : राजू ने जंगल में अकेले जाकर काठ में पाँव दे दिया।
62. कान का कच्चा – बिना सोचे-समझे दूसरों की बातों में आना
वाक्य प्रयोग : परेश की बातों से ऐसा लगता है कि वह कान का कच्चा है।
63. कान काटना – चालाकी या धूर्तता में आगे होना
वाक्य प्रयोग : आजकल के बच्चे तो सबके कान काटते हैं।
64. कान खाना – किसी बात को बार-बार कहना
वाक्य प्रयोग : स्कूल में विद्यार्थी हमेशा ही आचार्य जी के कान खाते रहते हैं।
65. कान गर्म करना – दण्ड देना
वाक्य प्रयोग : जब राज ने अपने पिता का कहना नहीं माना तो उन्होंने उसके कान गर्म कर दिए।
66. कान पर जूँ न रेंगना – किसी की बात पर ध्यान न देना
वाक्य प्रयोग : सोहन चीख-चीख कर हार गया, पर रोहित के कान पर जूँ भी नहीं रेंगी।
67. कान फूँकना या कान भरना – चुगली करना / किसी के खिलाफ भड़काना
वाक्य प्रयोग : ऑफिस में रमेश मेरे खिलाफ बॉस के कान भरता रहता है।
68. कान में रुई डालकर बैठना – बेखबर या लापरवाह होना / किसी की बात न सुनना
वाक्य प्रयोग : अरे कमल! कान में रुई डाल कर बैठ गया क्या ? पिताजी तुम्हें कब से आवाज़ लगा रहे हैं।
69. कानाफूसी करना – निन्दा करना
वाक्य प्रयोग : नेहा अपनी सहेली पुष्पा से कानाफूसी कर रही है।
70. कानी कौड़ी न होना – जेब में एक पैसा न होना
वाक्य प्रयोग : जब से मेरी नौकरी गई है, तब से मेरी जेब में तो कानी कौड़ी भी नहीं है।
71. कानों कान खबर न होना – चुपके-चुपके कार्य करना
वाक्य प्रयोग : रवि ने नया घर खरीद लिया और किसी को कानों कान खबर भी नहीं हुई।
72. काफूर हो जाना – गायब हो जाना
वाक्य प्रयोग : पुलिस को देखते ही वह चोर न जाने कहाँ काफूर हो गया।
73. काम तमाम करना – मार डालना
वाक्य प्रयोग : सैनिकों ने आतंकियों का काम तमाम कर दिया।
74. कायापलट होना – पूर्णरूप से बदल जाना
वाक्य प्रयोग : शहर जाने से तो गोपाल की कायापलट ही हो गई है।
75. काल के गाल में जाना – मरना
वाक्य प्रयोग : कोरोना वायरस से लाखों लोग काल के गाल में समा गए।
76. कालिख पोतना – कलंकित करना
वाक्य प्रयोग : अम्बर ने जुआ खेलकर अपने परिवार पर कालिख पोत दी है।
77. काले कोसों जाना या होना – बहुत दूर जाना / बहुत दूर होना
वाक्य प्रयोग : सुनीता का बेटे को अच्छी नौकरी के लिए अपना घर छोड़कर काले कोसों जाना पड़ा।
78. किला फतह करना – बहुत कठिन कार्य करना
वाक्य प्रयोग : आशीष ने डॉक्टर बनकर किला फतह कर लिया है।
79. किसी के कंधे से बंदूक चलाना – किसी पर निर्भर होकर कार्य करना
वाक्य प्रयोग : मेरा मित्र रोहित हमेशा दूसरों के कंधे पर बंदूक रखकर चलाता है।
80. किसी के आगे दुम हिलाना – खुशामद करना
वाक्य प्रयोग : आजकल लोग मंत्री के आगे दुम हिलाकर अपना काम निकाल लेते हैं।
81. कीचड़ उछालना – किसी को बदनाम करना
वाक्य प्रयोग : तुम शराब पीकर अपने परिवार पर कीचड़ उछाल रहे हो।
82. कीड़े काटना – परेशानी होना
वाक्य प्रयोग : केवल 15 मिनट पढ़ने के बाद ऋषभ को कीड़े काटने लगते हैं।
83. कीड़े पड़ना – कमी या दोष होना
वाक्य प्रयोग : मेरे घर में क्या कीड़े पड़े हैं, जो आप मेरे घर नहीं आते हो ?
84. कुएँ का मेंढक – जिसे बहुत कम अनुभव हो
वाक्य प्रयोग : स्कूल में सब जानते हैं कि रचित तो कुएँ का मेंढक है।
85. कुएँ में कूदना – संकट या खतरे का काम करना
वाक्य प्रयोग : पिता के कुएँ में कूदने के बाद उसको बचाने के लिए बेटा और पोता भी कूद गये।
86. कुएँ में बाँस डालना – बहुत खोजना
वाक्य प्रयोग : आजकल अच्छे कॉलेज में प्रवेश के लिए कुओं में बाँस डालने पड़ते हैं, तब ही प्रवेश मिल पाता है।
87. कुत्ता काटना – पागल होना
वाक्य प्रयोग : मुझे क्या पागल कुत्ते ने काटा है, जो मैं तेरे कहने चोरी करूँ।
88. कुत्ते की नींद सोना – अचेत होकर सोना / कम सोना
वाक्य प्रयोग : जो विद्यार्थी कुत्ते की नींद सोते हैं, वे निश्चय ही सफल होते हैं।
89. कुल्हिया में गुड़ फोड़ना – कोई कार्य छिपाकर करना
वाक्य प्रयोग : रेखा, तुम कितना भी कुल्हिया में गुड़ फोड़ लो, पर सबको पता चल गया है कि तुमने नई गाड़ी खरीदी है।
90. कोढ़ में खाज होना – संकट पर संकट होना
वाक्य प्रयोग : राजू को तो कोढ़ में खाज हो गई हैं, वह पहले से ही गरीब था और अब उसकी नौकरी भी चली गई।
91. कसर बाकी न रखना – कोई कमी न रखना
वाक्य प्रयोग : कक्षा में प्रथम आने के लिए विमल ने कोई कसर बाकी न रखी।
92. कोर-कसर न रखना – जी-तोड़ प्रयास करना
वाक्य प्रयोग : मैंने डॉक्टर बनने में अपनी ओर से कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है, आगे ईश्वर की इच्छा है।
93. कोरा जवाब देना – साफ इनकार करना
वाक्य प्रयोग : मैंने अपने साहिल से पढ़ने के लिए किताब मांगी तो उसने मुझे कोरा जवाब दे दिया।
94. कोल्हू का बैल – अत्यधिक परिश्रमी व्यक्ति
वाक्य प्रयोग : मदन इंजीनियर बनने के लिए दिन-रात कोल्हू के बैल की तरह पढ़ाई कर रहा है।
95. कौड़ियों के मोल बिकना – बहुत सस्ता बिकना
वाक्य प्रयोग : गोपाल की दुकान पर साड़ियाँ कौड़ियों के मोल बिक रही हैं।
96. कौड़ी कफ़न को न होना – बहुत गरीब होना
वाक्य प्रयोग : राज के पास कौड़ी कफ़न को नहीं हैं और बातें बड़ा-सा घर खरीदने की करता है।
97. कौड़ी के तीन-तीन होना – बहुत सस्ता होना
वाक्य प्रयोग : आजकल तो मोबाइल फ़ोन कौड़ी के तीन-तीन हैं।
98. कौड़ी को न पूछना – बहुत तुच्छ समझना
वाक्य प्रयोग : राजेश का मालिक अपने नौकरों को कौड़ी को भी नहीं पूछता।
99. कौड़ी-कौड़ी दाँतों से पकड़ना – बहुत कंजूस होना
वाक्य प्रयोग : मोहित के पास इतना पैसा है, फिर भी वह कौड़ी-कौड़ी दाँतों से पकड़ता हैं।
100. क्रोध पी जाना – क्रोध को दबाना
वाक्य प्रयोग : गौरव ने अपने दोस्त से लड़ाई होने के बाद भी अपना क्रोध पी गया।
101. कंचन बरसना – लाभ ही लाभ होना
वाक्य प्रयोग : ध्रुव का कारोबार बाहर अच्छा चल रहा है, चारों ओर कंचन बरस रहा है।
102. कन्नी काटना – आँख बचाकर भाग जाना
वाक्य प्रयोग : मेरी किताब न लौटानी पड़े इसलिए गर्वित आजकल मुझसे कन्नी काटता फिरता है।
103. कच्चा खा जाना – कठोर दंड देना
वाक्य प्रयोग : अगर मैंने झूठ बोला तो वह तुम्हें कच्चा खा जाएगा।
104. कच्चा चिट्ठा खोलना – गुप्त बातों का उद्घाटन करना
वाक्य प्रयोग : श्याम के पिता ने मेरे मित्रों के सामने मेरा सारा कच्चा चिट्ठा खोल दिया।
105. कानून छाँटना – निरर्थक तर्क उपस्थित करना
वाक्य प्रयोग : जल्दी से मेरा काम करो, मेरे सामने ज्यादा कानून मत छाँटो।
106. किस्मत की धनी – भाग्यशाली
वाक्य प्रयोग : राहुल सच में किस्मत का धनी है, वह पहले ही प्रयास में डॉक्टर बन गया।
107. कूप मंडूक – सीमित ज्ञान वाला व्यक्ति
वाक्य प्रयोग : लता से पढ़ाई-लिखाई की बात करना व्यर्थ है, क्योंकि वह तो कूप मंडूक है।
108. कान पकना – एक ही बात सुनते-सुनते तंग आ जाना
वाक्य प्रयोग : गीता की फालतू बातें सुनते-सुनते तो मेरे कान पक गए।
109. काले पानी की सजा देना – देश निकाले का दंड देना / कड़ी सजा देना
वाक्य प्रयोग : आतंकवादियों को तो काले पानी की सजा होनी चाहिए।
110. केंचुल बदलना – व्यवहार बदलना
वाक्य प्रयोग : शहर से आने के बाद पता नहीं क्यों उसने केंचुल बदल ली है।
111. कोठे पर बैठना – वेश्या का पेशा करना
वाक्य प्रयोग : बड़े शहरों में न जाने कितनी मासूम लड़कियों को कोठे पर बैठना पड़ता है।
112. क्या से क्या हो जाना – स्थिति बदल जाना
वाक्य प्रयोग : रजत ने सोचा तो कुछ और था लेकिन क्या से क्या हो गया?
113. करवटें बदलना – नींद न आना
वाक्य प्रयोग : परीक्षा की चिंता के कारण राखी रात भर करवटें बदलती रही।
114. काला अक्षर भैंस बराबर – अनपढ़ / निरा मूर्ख
वाक्य प्रयोग : रामलाल के लिए तो सब काला अक्षर भैंस बराबर है, इसलिए उसे कुछ भी समझाना बेकार है।
115. काँटों में घसीटना – संकट में डालना
वाक्य प्रयोग : रेखा ने अपने पारिवारिक झगड़े को सुलझाने के लिए मुझे बुलाकर कांटों में घसीट लिया।
116. काम तमाम करना – मार डालना
वाक्य प्रयोग : हमारे जवानों ने देश की सीमा पर अपने दुश्मनों का काम तमाम कर दिया।
117. किनारा करना – अलग होना
वाक्य प्रयोग : आजकल तो सुनीता ने रीमा से किनारा कर लिया है।
118. कोदो देकर पढ़ना – अधूरी शिक्षा पाना
वाक्य प्रयोग : आशीष के दादाजी ने कोदो देकर पढ़ना शुरू कर दिया।
119. कपास ओटना – सांसारिक काम-धन्धों में लगे रहना
वाक्य प्रयोग : रमन कपास ओटने के कारण अपने परिवार के साथ समय नहीं बिता पाता है।
120. कौड़ी काम का न होना – किसी काम का न होना
वाक्य प्रयोग : नमन से कुछ भी नहीं होता है, वह कौड़ी काम का नहीं है।
121. कौड़ी-कौड़ी जोड़ना – छोटी-मोटी सभी आय को कंजूसी के साथ बचाकर रखना
वाक्य प्रयोग : तुषार ने कौड़ी-कौड़ी जोड़कर अपना नया घर खरीद लिया।
122. कटे पर नमक छिड़कना – विपत्ति के समय और दुःख देना
वाक्य प्रयोग : सौरभ की नौकरी चली गई और लोग उसके कटे पर नमक छिड़क रहे हैं।
123. कोहराम मचाना – दुःखपूर्ण चीख पुकार
वाक्य प्रयोग : भूकंप आने के कारण गाँव में कोहराम मच गया।
124. कदम उखड़ना – अपनी हार मान लेना या भाग जाना
वाक्य प्रयोग : भारतीय जवानों को देखते ही आतंकियों के कदम उखड़ गए।
125. कर्ण का दान – महादान
वाक्य प्रयोग : श्याम बहुत बड़ा दानवीर है,इसलिए उसके दान को कर्ण का दान कहा जाता है।
126. कुबेर का धन या कोष – अतुल धनराशि
वाक्य प्रयोग : सेठजी का कोष तो कुबेर का कोष है।
127. कुम्भकर्णी नींद – बहुत गहरी या लापरवाही की नींद
वाक्य प्रयोग : ममता तो आज परीक्षा समाप्त होने पर कुम्भकर्णी नींद में सो गई है।
128. कानों में अँगुली देना – किसी बात को सुनने की चेष्टा न करना
वाक्य प्रयोग : मैं इतनी देर से सोनू को आवाज़ दे रहा हूँ, लगता है शायद उसने अपने कानों में अँगुली दे रखी है।
129. कान खड़े होना – होशियार होना
वाक्य प्रयोग : रामलाल की बातें सुनकर तो मेरे कान खड़े हो गये।
130. कान लगाना – ध्यान देना
वाक्य प्रयोग : मास्टर जी की बातें कान लगाने योग्य हैं।
131. कान में तेल डालना – कुछ न सुनना
वाक्य प्रयोग : मदन कहते-कहते थक गया, लेकिन सोहन कान में तेल डाले बैठा है।
132. कलेजा निकाल कर रख देना – हृदय की बात कहना
वाक्य प्रयोग : ‘प्रणय-पत्रिका’ के एक-एक गीत में बच्चनजी ने अपना कलेजा निकालकर रख दिया है।
133. कलेजा चीरकर दिखाना – पूर्ण विश्र्वास दिलाना
वाक्य प्रयोग : मैं तुमसे बहुत प्रेम करता हूँ, यह मैं कलेजा चीरकर दिखा सकता हूँ।
134. कलेजे से लगाना – प्यार करना
वाक्य प्रयोग : बेटे के विदेश से आते ही माँ ने उसे कलेजे से लगा लिया।
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