‘ध’ से शुरू होने वाले मुहावरें

‘ध’ से शुरू होने वाले मुहावरे (अर्थ एवं वाक्य प्रयोग सहित)

यहाँ ‘‘ शब्द के कुछ प्रसिद्ध मुहावरे और उनके अर्थ एवं वाक्य में प्रयोग सहित दिए जा रहे है।

'ध' से शुरू होने वाले मुहावरें

1. धज्जियाँ उड़ाना – किसी के दोषों को चुन-चुनकर गिनाना
वाक्य प्रयोग : नरेश ने मनोज की जैसे ही धज्जियाँ उड़ाना शुरू किया कि वो वहाँ से तुरंत चला गया ।

2. धूप में बाल सफेद नहीं करना – अनुभव होना / सांसारिक अनुभव होना
वाक्य प्रयोग : दादी ने धूप में बाल सफेद नहीं किए हैं, उन्हें जीवन का बहुत अनुभव है।

3. धोबी का कुत्ता घर का न घाट का – जिसका कहीं ठिकाना न हो / निरर्थक व्यक्ति
वाक्य प्रयोग : जब से राजेश की नौकरी गई है, उसकी दशा धोबी का कुत्ता घर न घाट का जैसी है।

4. धतूरा खाए फिरना – उन्मत्त होना
वाक्य प्रयोग : लॉटरी खुलने पर रोहित धतूरा खाए फिर रहा है।

5. धन्नासेठ का नाती बनना – गरीब आदमी का बहुत गर्व करना
वाक्य प्रयोग : शिवम के पास कुछ भी नहीं है, फिर भी धन्नासेठ का नाती बनता है।

6. घब्बा लगना – कलंकित करना
वाक्य प्रयोग : गर्वित ने जुआ खेलकर खुद पर धब्बा लगा लिया।

7. धमाचौकड़ी मचाना – उपद्रव करना
वाक्य प्रयोग : कक्षा से अध्यापक के चले जाने पर बच्चें बहुत धमाचौकड़ी मचाते हैं।

8. धुर्रे उड़ाना – बहुत अधिक मारना
वाक्य प्रयोग : गाँव के लोगों ने चोर के धुर्रे उड़ा दिए।

9. धूल फाँकना – मारा-मारा फिरना
वाक्य प्रयोग : एम.ए. करने के बाद भावेश नौकरी के लिए धूल फाँक रहा है।

10. धाक जमाना – रोब या दबदबा जमाना
वाक्य प्रयोग : भीमसेन जहाँ भी जाता है, वहीं अपनी धाक जमा लेता है।

11. धीरज बँधाना – सांत्वना देना
वाक्य प्रयोग : पिता की मृत्यु के बाद सब लोगों ने पारस को धीरज बँधाने की कोशिश की, पर उसके आँसू नहीं रुके।

12. धुन का पक्का – लगन से काम करने वाला
वाक्य प्रयोग : मुदित धुन का पक्का है, वह काम पूरा करके ही यहाँ से उठेगा। 

13. धुन सवार होना – लगन लगना
वाक्य प्रयोग : ऋषभ को अब कंप्यूटर सीखने की धुन सवार हो गई है।

14. धूनी रमाना – साधु या विरक्त हो जाना / कहीं पर जाकर निवास करना
वाक्य प्रयोग : शम्भू कहीं भी धूनी रमा कर बैठ जाता है।

15. धोखा देना – ठगना
वाक्य प्रयोग : मुदित पुलकित को धोखा देकर भाग गया।

16. धुँआ-सा मुँह होना – लज्जित होना
वाक्य प्रयोग :
सबके सामने चोरी की पोल खुलते ही राज का धुँआ-सा मुँह हो गया।

17. ध्यान में न लाना – विचार न करना / परवाह न करना
वाक्य प्रयोग : दूसरों की बातों को ध्यान में मत लाया करो, वरना दुखी होते रहोगे।

18. ध्यान से उतरना – भूलना
वाक्य प्रयोग : मैंने अपनी किताब कहाँ रख दी है, यह मेरे ध्यान से उतर गया है।

19. धता बताना – टालना / भागना
वाक्य प्रयोग : केशव खेलने के लिए अपने दोस्त के यहाँ गया, लेकिन उसने तो धता बता दिया।

20. धरना देना – अड़कर बैठना
वाक्य प्रयोग : इंडिया गेट पर नेताजी धरना दे रहे है।

21. धाँधली मचाना – झंझट करना / उपद्रव करना
वाक्य प्रयोग : सरकारी विभाग में बड़ी धाँधली मची हुई है।

22. धुनी रमाना – तप करना
वाक्य प्रयोग : साधु-सन्यासी हिमालय पर धुनी रमा रहे हैं।

23. धूल छानना – मारे-मारे फिरना
वाक्य प्रयोग : राजवीर अपना काम करो, क्यों यहाँ धूल छान रहे हो ?

24. धोती ढीली होना – डर जाना
वाक्य प्रयोग : अध्यापक के आते ही सभी बच्चों की धोती ढीली हो गयी।

25. धक्का देना – अपमान करना
वाक्य प्रयोग : कमला ने सुनीता को सबके सामने धक्का दे दिया।

26. ध्यान बँटना – एकाग्रचित्त न होना
वाक्य प्रयोग : ऋषभ का पढ़ते हुए हमेशा जब ध्यान बँट जाता है।

27. धरती पर पाँव न रखना – घमंडी होना
वाक्य प्रयोग : तनिष्क की अच्छी नौकरी लग गई है, अब तो वह धरती पर पाँव नहीं रखता है।


अन्य अक्षरों से मुहावरें

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