‘घ’ से शुरू होने वाले मुहावरें

‘घ’ से शुरू होने वाले मुहावरे (अर्थ एवं वाक्य प्रयोग सहित)

यहाँ ‘‘ शब्द के कुछ प्रसिद्ध मुहावरे और उनके अर्थ एवं वाक्य में प्रयोग सहित दिए जा रहे है।

'घ' से शुरू होने वाले मुहावरें

1. घर का न घाट का – जो कहीं का न रहे / एकदम बेकार
वाक्य प्रयोग : मोहित अपना घर छोड़करअपने दोस्त के घर चला गया, परन्तु उसने मोहित को अपने घर में नहीं रहना दिया। इस कारण मोहित न घर का रहा न घाट का।

2. घाव पर नमक छिड़कना – दुःख में दुःख देना
वाक्य प्रयोग : समर अपनी नौकरी जाने से वैसे ही दु:खी है और तुम उसे परेशान करके उसके घाव पर नमक छिड़क रहे हो।

3. घोड़े बेचकर सोना – बेफिक्र होना
वाक्य प्रयोग : आज मेरा आखिरी पेपर है, अब तो मैं घोड़े बेचकर सोऊँगा।

4. घड़ो पानी पड़ जाना – अत्यन्त लज्जित होना
वाक्य प्रयोग : जुआ खेलते समय रंगे हाथ पकड़े जाने पर अंकित पर घड़ों पानी पड़ गया।

5. घी के दीए जलाना – बहुत खुशियाँ मनाना
वाक्य प्रयोग : सरकारी नौकरी लगने के बाद अब तो राहुल के घर में घी के दिये जलते हैं।

6. घर बसाना – विवाह करना
वाक्य प्रयोग : अच्छा हुआ कि रमेश का घर बस गया।  

7. घात लगाना – मौका ताकना
वाक्य प्रयोग : रिया माला की बेइज्जती करने के लिए घाट लगाए रहती है।

8. घाट-घाट का पानी पीना – हर प्रकार का अनुभव होना
वाक्य प्रयोग : मेरी दादी ने घाट-घाट का पानी पिया हुआ है, उन्हें कोई धोखा नहीं दे सकता।

9. घर आबाद करना – विवाह करना
वाक्य प्रयोग : देर से ही सही, महेंद्र का घर आबाद हो गया। 

10. घर का उजाला – इकलौता पुत्र
वाक्य प्रयोग : राघव अपने घर का उजाला है।

11. घर काट खाने दौड़ना – सुनसान घर
वाक्य प्रयोग : राधा के घर में कोई नहीं है इसलिए उसे घर काट खाने को दौड़ रहा है।

12. घर का चिराग गुल होना – पुत्र की मृत्यु होना
वाक्य प्रयोग : यह सुनकर अत्यंत दुःख हुआ कि राजेंद्र के घर का चिराग गुल हो गया।

13. घर का बोझ उठाना – घर का खर्च चलाना / देखभाल करना
वाक्य प्रयोग : पिता के बीमार होने के बाद से अशोक ही  घर का बोझ उठा रहा है।

14. घर का नाम डुबोना – परिवार या कुल को कलंकित करना
वाक्य प्रयोग : रमन ने चोरी अपने घर का नाम डुबो दिया।

15. घर घाट एक करना – कठिन परिश्रम करना
वाक्य प्रयोग : सरकारी नौकरी पाने के लिए अजय ने घर घाट एक कर दिया।

16. घर फूँककर तमाशा देखना – अपना घर स्वयं उजाड़ना / अपना नुकसान खुद करना
वाक्य प्रयोग : जुए में सब कुछ बर्बाद करके मनीष अब घर फूँक के तमाशा देख रहा है।

17. घर में आग लगाना – परिवार में झगड़ा कराना
वाक्य प्रयोग : मंथरा ने कैकई के घर में आग लगाई थी, जिस कारण भगवान राम को 14 वर्ष का वनवास हुआ था।

18. घर में भुंजी भाँग न होना – बहुत गरीब होना
वाक्य प्रयोग : मोनू घर में भुंजी भाँग न होने से बहुत दु:खी है। 

19. घाव पर मरहम लगाना – सांत्वना या तसल्ली देना
वाक्य प्रयोग : माँ पहले तो मुझे मारती है, फिर घाव पर मरहम लगाती है।

20. घाव हरा होना – दुखद घटना याद करना
वाक्य प्रयोग : जब भी बाढ़ आती है तो मेरे घाव हरे हो जाते हैं।

21. घास खोदना – तुच्छ काम करना
वाक्य प्रयोग : अच्छी पढ़ाई करने के बाद भी नरेश अब घास खोद रहा है।

22. घास न डालना – सहायता न करना / बात तक न करना
वाक्य प्रयोग : सरकारी नौकरी मिलने के बाद तो सुशील अब मुझे घास भी नहीं डालता।

23. घी-दूध की नदियाँ बहना – समृद्ध होना
वाक्य प्रयोग : श्रीकृष्ण के युग में भारत देश में घी-दूध की नदियाँ बहती थी।

24. घुटने टेकना – हार या पराजय स्वीकार करना
वाक्य प्रयोग : पुलिस की मार खाने बाद बड़े से बड़ा चोर भी घुटने टेक देता है।

25. घोड़े पर सवार होना – वापस जाने की जल्दी में होना
वाक्य प्रयोग : अरे सीमा, तुम तो हमेशा घोड़े पर सवार रहती हो, मेरी बात तो सुनो।

26. घोलकर पी जाना – कंठस्थ याद करना
वाक्य प्रयोग : गौरव ने हनुमान चालीसा घोलकर पी ली है।

27. घनचक्कर – मूर्ख / आवारागर्द
वाक्य प्रयोग : सोहन तो एकदम घनचक्कर है, इसे तो बात करने की भी तमीज नहीं है।

28. घपले में पड़ना – किसी काम का खटाई में पड़ना
वाक्य प्रयोग : जरुरी कागज पूरे न होने के कारण घर खरीदने का मामला घपले में पड़ गया है।

29. घर उजड़ना – गृहस्थी चौपट हो जाना
वाक्य प्रयोग : रामलाल की मृत्यु के बाद तो उसका सारा घर उजड़ गया।

30. घिग्घी बँध जाना – डर के कारण आवाज न निकलना
वाक्य प्रयोग : छिपकली को देखते ही रीना की घिघ्घी बँध गई।

31. घुट-घुट कर मरना – असहनीय कष्ट सहते हुए मरना
वाक्य प्रयोग : जो लोग दूसरों पर अत्याचार करते हैं, वो घुट-घुट कर मरेंगे।

32. घुटा हुआ – छँटा हुआ बदमाश
वाक्य प्रयोग : अहमद तो एकदम घुटा हुआ है, उस पर कोई विश्वास मत करना।

33. घर का आदमी – कुटुम्ब / इष्ट-मित्र
वाक्य प्रयोग : रोहन तो हमारे घर का आदमी है।

34. घात पर चढ़ना – तत्पर रहना
वाक्य प्रयोग : जंगल में शिकारी शेर का शिकार कारण के लिए घात पर चढ़ा रहता है।


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